राष्टीय कांग्रेस का एटीएम बनी भूपेश सरकार, सीमेंट के दाम बढ़ा कर भर रहे अपने नेताओ की झोली-रामू रोहरा
भाजपा प्रदेश मंत्री ने कहा 65 रुपये बढ़े तक सीमेंट के दाम,प्रदेश में उत्पादन के बाद भी लगातार बढ़ाया जा रहा दाम
जनता के मेंहनत की कमाई लूट कर निकाल रहे चुनावी खर्च
धमतरी छत्तीसगढ़ में सीमेंट की कीमतें 15 दिन 65 रुपये तक बढ़ गई है। 1 सितंबर से पहले सीमेंट 285 से लेकर 305 रुपये प्रति बोरा बिक रहा था, अब वह 360 से 370 रुपये तक बिक रहा है। भाजपा प्रदेश मंत्री रामू रोहरा ने आरोप लगाया है कि प्रदेश में सीमेंट प्रति बोरी व रेत में प्रति ट्रक सिडीकेट बनाकर राज्य सरकार के नाम पर करोड़ो की लेव्ही की अवैध वसूली के चलते कीमत में भारी आग लगी हुई है.श्री रोहरा ने आगे कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा पूरे प्रदेश में सीमेंट और रेत में जनता से अवैध वसूली की जा रही है।छत्तीसगढ़ में 10 से अधिक बड़े सीमेंट प्लांट है। पर सीमेंट की कीमत कम होने के बजाय सरकार के संरक्षण में सिंडिकेट बनाकर सीमेंट के कीमत में भारी वृद्धि हुई है। प्रदेश में चुनाव नजदीक आते ही भूपेश सरकार फिर से राष्टीय कांग्रेस का एटीएम बन चुकी है और अब अंतिम समय में पहले से ज्यादा दोहन प्रदेशवासियों का कर कांग्रेस नेताओ की झोली भरी जा रहा है.प्रदेश में प्रति माह लगभग 28 लाख टन सीमेंट का उत्पादन हो रहा है जिसमें लगभग 8 लाख टन सीमेंट छत्तीसगढ़ में उपयोग हो रहा है। छत्तीसगढ़ में सीमेंट की कीमत पिछले 15 दिन में ही 65 रुपया से अधिक बढ़ी है। वहीं छत्तीसगढ़ से जाने वाले सीमेंट आसपास के राज्यों मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र एवं अन्य राज्यों में छत्तीसगढ़ से बहुत कम कीमतों पर वहां सीमेंट बिक रही है। आखिर छत्तीसगढ़ में जनता को लूट कौन रहा है ?जब प्रदेश में कांग्रेस सत्ता में आई थी, तब सीमेंट का दर (प्रोजेक्ट का) 180 रुपया प्रति बोरी थी, वह आज बढ़कर 315 रुपए प्रति बोरी हो गया है। वहीं बाजार में आम उपभोक्ता को बिकने वाला सीमेंट 220 रुपए प्रति बोरी था वह अब 360 से 370 रुपए प्रति बोरी तक बिक रहा है।अवैध वसूली भूपेश टैक्स के रूप में हो रही है.राज्य सरकार ने 12 लाख से अधिक गरीबों का प्रधानमंत्री आवास छीन लिया अब दूसरी तरफ गरीबों के आवास बनाने के लिए उपयोग वाले रेत और सीमेंट की कीमत में भारी वृद्धि कर रहे हैं, जिससे गरीब घर न बना सके। प्रदेश सरकार की सीमेंट व रेत के कीमत में चुप्पी यह साबित करती है कि सीमेंट और रेत के कीमत उनके इशारों पर, सिंडिकेट द्वारा उनके नाम पर वसूली जा रही है।