शाकाहार बनने पर 12 स्कूली बच्चो का नवकार महिला मंडल ने किया सम्मान
नवकार महिला मंडल अपने लक्ष्य को पूरा करते हुए शुद्ध आहार शाकाहार एवं मांस मदिरा और शराब तन को करता है खराब इस नारे से सभी स्कूलों में आंगनबाड़ियों में एवं अन्य स्थलों में जाकर अपना उद्देश्य देती है और लोगों को शाकाहार बनने के लिए प्रेरित करती है विशेष रूप से स्कूलों में बच्चों को प्रेरित किया जाता है. अध्यक्ष संतोष मिन्नी का कहना है कि बच्चे कच्ची गीली मिट्टी की तरह होते हैं मिट्टी को जिस तरह आकार देते हैं उस तरह के आकार की वह बन जाती है ठीक उसी तरह बच्चों को यदि जिस तरह ढाला जाए जिस तरह के संस्कार मिलते हैं बच्चे उसी तरह रम जाते हैं बच्चों को संस्कारित करना और उन्हें अच्छी शिक्षा देना एक शिक्षक एवं माता-पिता का कर्तव्य होता है इसी उद्देश्य को लेकर नवकार महिला मंडल विशेष रूप से स्कूलों में जाकर अपना उद्बोधन देती है और उन्हें शाकाहार बनने के लिए प्रेरित करती है .अब तक नवकार महिला मंडल ने 134 बच्चों को शाकाहार बनाया है इसमें हटकेश्वर स्कूल शासकीय प्राथमिक एवं आंगनबाड़ी के 12 बच्चे शाकाहार बने उन्हें मंडल की तरफ से उपहार भेंट किया गया और अन्य बच्चों को प्रेरित किया गया. जो भी शाकाहार बनते हैं उन्हें मंडल उनका सम्मान करता है. इस दौरान मंडल स्कूलों में आंगनबाड़ियों में तिल, खजूर,करी लड्डू चॉकलेट, बिस्किट, टॉफी आदि का बच्चों को वितरण किया जाता है. इस अवसर पर संतोष मिन्नी कुसुम गोलछा इदू जैन सरिता दीपा संजू अंजलि जैन नीता लोढ़ा ज्योति भंसाली कंचन चोपड़ा सुमन छाजेड़ बिंदु ओसवाल एवं मंडल के सभी सदस्य उपस्थित थे.