चांद पर कदम रखने को चंद्रयान-3 बेकरार, कहां और कब देखें LIVE लैंडिंग…
आज हर भारतीय को चंद्रयान-3 की चांद पर सफल लैंडिंग का इंतजार है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने मंगलवार को एक अपडेट में कहा कि चंद्रयान-3 मिशन तय समय पर चांद पर अपना ऐतिहासिक कदम लगेगा है।
मिशन को इस साल 80 प्रतिशत तक बदल दिया गया है। चंद्रयान-3 के चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग का कई प्लेटफार्मों पर सीधा प्रसारण होगा।
इस महत्वपूर्ण घटनाक्रम का प्रसारण 23 अगस्त, 2023 को शाम 5:27 बजे शुरू किया जाएगा। लैंडिंग प्रसारण को इसरो की वेबसाइट, यूट्यूब चैनल, इसरो के फेसबुक पेज और डीडी नेशनल टीवी चैनल सहित कई मंचों पर देशवासी देख सकेंगे। इसरो ने कहा कि इसके लिए देशभर के सभी विद्यालय और शैक्षणिक संस्थानों को छात्रों और शिक्षकों को आमंत्रित किया गया है।
चंद्रयान 3 की लैंडिंग कब देखें?
इसरो 23 अगस्त को शाम 5.27 बजे IST से अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर कार्यक्रम का सीधा प्रसारण करेगा। चंद्रयान-3 के शाम 6:04 बजे के आसपास चंद्रमा पर उतरने की उम्मीद है।
चंद्रयान 3 की लाइव स्ट्रीमिंग कहां देखें?
चंद्रयान 3 की चंद्रमा पर लैंडिंग को इसरो के यूट्यूब चैनल, फेसबुक पेज और डीडी नेशनल टीवी चैनल पर लाइव देखा जा सकता है। आप लाइव हिन्दुस्तान की वेबसाइट पर भी इसके लेटेस्ट अपडेट्स देख सकते हैं।
ISRO Website: www.isro.gov.in
ISRO Facebook: Facebook.com/ISRO
ISRO YouTube: https://t.ly/NfI-B
DD National: www.youtube.com/@DoordarshanNational
इसरो वैज्ञानिक चंद्रयान-3 मिशन पर नजर रख रहे हैं। मंगलवार को इसरो ने बयान जारी किया कि मिशन अपने तय कार्यक्रम के अनुसार आगे बढ़ रहा है। प्रणालियों की नियमित जांच की जा रही है और लैंडर का सुचारू संचालन जारी है। यानी चंद्रयान-3 की सेहत अभी सामान्य है। यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) और जेपीएल डीप स्पेस एंटीना के सहयोग से पूरे मिशन के दौरान यान के स्वास्थ्य की लगातार जांच की जा रही है। इसरो टेलीमेट्री, ट्रैकिंग और कमांड नेटवर्क (आईएसटीआरएसी) में मिशन ऑपरेशंस कॉम्प्लेक्स (एमओएक्स) के पास इंडियन डीप स्पेस नेटवर्क (आईडीएसएन) एंटीना से निगरानी कर रहा है।
14 जुलाई को हुआ था प्रक्षेपित
बता दें, चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान को 14 जुलाई को इसरो के सबसे भारी प्रक्षेपण यान एलवीएम 3-एम4 (बाहुलबली) द्वारा सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया था।
लगभग 16 मिनट की उड़ान अवधि के बाद पृथ्वी की 36,500 किमी गुणा 170 किमी की अंडाकार पार्किंग कक्षा में प्रवेश कर गया था। यान में एक स्वदेशी लैंडर मॉड्यूल (एलएम), प्रोपल्शन मॉड्यूल (पीएम) और एक रोवर (प्रज्ञान) शामिल है।