एजेंडा पाकिस्तानी, मोहरा बने खालिस्तानी; कैसे चंद रुपयों के लिए हुए भारत के खिलाफ…
खालिस्तान के नाम पर पाकिस्तान ने भारत को बदनाम करने का नया प्लान तैयार किया है।
हाल ही में आई एक रिपोर्ट से इस बात के संकेत मिल रहे हैं। खबर है कि पाकिस्तान सभी अंतरराष्ट्रीय फोरम पर भारत को परेशान करने की कोशिश कर रहा है।
खास बात है कि ये जानकारियां ऐसे समय पर सामने आईं हैं, जब खालिस्तान के मुद्दे पर भारत-कनाडा के बीच तनाव जारी है।
एक मीडिया रिपोर्ट में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के शीर्ष अधिकारी के हवाले से बताया गया है कि भारत के खिलाफ नई रणनीति बनाई गई है।
अधिकारी ने कहा, ‘भारत को चोट देने से लेकर बदनाम करना पाकिस्तान का नया एजेंडा और सभी अंतरराष्ट्रीय फोरम पर हम भारत को बेनकाब करेंगे।’ इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान के करतारपुर कॉरिडोर का खासतौर पर जिक्र किया है और बताया कि खालिस्तान आंदोलन रफ्तार पकड़ रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारी ने दावा किया है कि ISI खालिस्तानी समर्थकों की मदद से भारत में जमीन तैयार कर रही है। उन्होंने कहा, ‘कुछ रुपयों के बदले में खालिस्तानी समर्थक गोपनीय जानकारी मुहैया करा रहे हैं और हम उसके हिसाब से निशाना तैयार कर रहे हैं।’
उन्होंने बताया, ‘अनिश्चित राजनीतिक हालात और आर्थिक संकट के चलते हमारे ऑपरेशन सीमित हैं, लेकिन ISI के पास पश्चिम एशिया, तुर्की, नेपाल और कनाडा में वैकल्पिक संसाधन हैं।’
आगे बताया गया, ‘ISI का दुनियाभर में एक सिंडिकेट है, जो पाकिस्तान का समर्थन कर रहे हैं। बदले में ISI उन्हें फर्जी आईडी, फर्जी पासपोर्ट और आतंक में आर्थिक मदद देता है।’
रिपोर्ट में एक सैन्य सूत्र के हवाले से बताया गया कि पाकिस्तान खालिस्तान आंदोलन को बढ़ाने पर ध्यान लगा रहा है। एक अधिकारी ने कहा कि करतारपुर कॉरिडोर और करतारपुर में नए गुरुद्वारा के बाद पाकिस्तान ने सिखों का दिल जीत लिया है। रिपोर्ट के अनुसार, सैन्य सूत्र ने बताया है कि पाकिस्तान कश्मीरी जिहादियों की तरह खालिस्तानी लड़ाकों को ट्रेनिंग दे रहा है।
भारत-कनाडा तनाव
कनाडा की संसद में प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट्स की भूमिका होने की आशंका जताई थी। इसे लेकर भारत में जमकर विरोध हुआ और सरकार ने कनाडा के आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया था। निज्जर की जून में सरी शहर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।