ऑस्ट्रेलिया में PM मोदी का रॉकस्टार की तरह हुआ था स्वागत, स्पीकर बोले- मैंने पहली बार ऐसा देखा …
इस साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऑस्ट्रेलिया यात्रा को याद करते हुए राजनेता और ऑस्ट्रेलियाई प्रतिनिधि सभा के 32वें अध्यक्ष मिल्टन डिक ने कहा है कि सिडनी में उनका जो स्वागत हुआ वह एक रॉकस्टार जैसा था।
दुनिया भर में पीएम मोदी की लोकप्रियता की सराहना करते हुए ऑस्ट्रेलियाई स्पीकर ने गुरुवार को कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऑस्ट्रेलिया यात्रा बहुत सफल रही।
अपने जीवनकाल में मैंने दुनिया के किसी नेता के लिए ऐसी प्रतिक्रिया और इतना मजबूत समर्थन कभी नहीं देखा है। पीएम मोदी की मेजबानी करना हमारे देश के लिए सौभाग्य की बात है।”
न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, “सिडनी में उनका जो स्वागत हुआ वह वास्तव में एक रॉकस्टार जैसा था। इसमें हजारों लोग शामिल हुए।
यदि आप ऑस्ट्रेलिया जाते हैं तो वहां 10 लाख लोग भारतीय समुदाय के हैं। यह न केवल हमारे देश को मजबूत बनाता है, बल्कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच के संबंध को भी और मजबूत बनाता है।”
एक वर्ल्ड लीडर नेता के रूप में पीएम मोदी की लोकप्रियता पर उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री ने उन रिश्तों को बनाने पर कड़ी मेहनत की है। यहां तक कि हमारे प्रधानमंत्री भी उनकी दोस्ती को महत्व देते हैं। यही कारण है कि पिछले डेढ़ साल में हमने कई मंत्रियों को भारत की यात्रा करते देखा है। यह मेरी भारत की पहली यात्रा नहीं है। मैं 2018 में संसद के नवनिर्वाचित सदस्य के रूप में भारत आया था। एक सांसद के रूप में यह मेरे लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण यात्रा थी।”
इस साल मई में अपनी तीन दिवसीय ऑस्ट्रेलिया यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष अल्बानीज के साथ द्विपक्षीय वार्ता की और एक ऐतिहासिक कार्यक्रम को भी संबोधित किया। उन्होंने कई व्यापारिक नेताओं और प्रतिष्ठित आस्ट्रेलियाई लोगों से भी मुलाकात की थी।
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री अल्बानीज ने पीएम मोदी की की तुलना प्रसिद्ध रॉकस्टार ब्रूस स्प्रिंगस्टीन से की थी। उन्होंने पीएम मोदी को “द बॉस” से भी संबोधित किया था।
ऑस्ट्रेलियाई स्पीकर ने जी20 शिखर सम्मेलन के बारे में भी बात की, जो इस वर्ष भारत की अध्यक्षता में आयोजित किया गया था।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मजबूत द्विपक्षीय साझेदारी पर जोर देते हुए ऑस्ट्रेलियाई स्पीकर ने कहा कि दोनों देश लोकतंत्र के प्रति प्रेम साझा करते हैं और संबंध पहले से कहीं अधिक मजबूत हो रहे हैं।