सरकार बदलते ही रुका बेरोजगारी भत्ता, प्रतिमाह पात्र बेरोजगारों को मिलते थे 2500 रुपये
जिले के साढ़े 7 हजार से अधिक बेरोजगारों को तीन महीने से नही मिला बेरोजगारी भत्ता
5 करोड़ 64 लाख 60 हजार की अटकी राशि, नहीं मिल रहा स्पष्ट जवाब
धमतरी. प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद कई बदलाव नजर आ रहे है। कई पुरानी योजनाओं पर बे्रक लग रहा है। इनमें से ही एक बेरोजगारी भत्ता हो सकता है। क्योंकि विगत तीन माह बीतने को है और दो माह का भत्ता अब तक पात्र बेरोजगारों के खाते में नहीं आया है। जिससे बेरोजगार भत्ते की राह ताक रहे है। बता दे कि जब साल 2018 में हुए विस चुनाव में कांग्रेस की सरकार आई तो चुनावी वादों को अंतिम वर्ष में भूपेश सरकार द्वारा पूरा किया गया। इसमें भी बेरोजगारों को एक साल भी भत्ता युवाओं को नही मिल पाया है। ज्ञात हो कि 2500 रुपये प्रति बेरोजगार को देने का निर्णय लिया गया। जिसके तहत जिले के हजारों बेरोजगारों में से मात्र 7528 बेरोजगार ही पात्र मिले। सरकार द्वारा बेरोजगारी भत्ता देने के पूर्व कई नियम अनिवार्य कर दिये जिससे अधिकांश युवा भत्ते के लिए अपात्र हो गये। और जो युवा पात्र मिले उन्हें भी लगभग 8 माह ही बेरोजगारी भत्ता मिल पाया। सत्ता परिवर्तन के बाद से भत्ता रुका हुआ है। अक्टूबर की राशि नवम्बर में खाते में आई इसके बाद नवम्बर, दिसम्बर की राशि अब तक नहीं आई है। अब जनवरी 2024 भी समाप्त हो गया है। इस प्रकार 3 महीने का बेरोजगारी भत्ता युवाओं को नही मिल पाया है। जिले के 7528 पात्र युवाओं को एक माह का 1 करोड़ 82 लाख भत्ता होता है। इस प्रकार तीन महीने का कुल 5 करोड़ 64 लाख रुपये भत्ता अटका हुआ है। बता दे कि बेरोजगारी भत्ता बंद होने से पात्र युवाओं में निराशा व्याप्त है। युवाओं का कहना है कि जनहित के मामलों पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। बेरोजगार युवाओं को प्रति माह 2500 रुपये भत्ता प्रदान करना सराहनीय प्रयास था। इससे युवाओं को भर्ती परीक्षाओं की तैयारियों में काफी मद्द मिल रही थी। लेकिन नई सरकार द्वारा भत्ता रोक दिया गया है। इस संबंध में रोजगार विभाग के अधिकारियों का कहना है कि उच्च कार्यालय से मार्गदर्शन मांगा गया है लेकिन जवाब नहीं मिला है। रही बात नये आवेदन की तो पोर्टल ऑन है आवेदन किये जा सकते है। लेकिन पोर्टल द्वारा वेरिफिकेशन और स्वीकृति नही की जा रही है।