काल से बड़ा शक्तिशाली कोई नहीं है – संत लोकेश
धमतरी। चालीहा महोत्सव के 19 वें दिन के चालीसा पाठ एवं सत्संग पर सागर कुमार एवं उनके भाई रवि आहूजा परिवार द्वारा श्री प्रेम प्रकाश आश्रम पर सत्संग किया गया।
भाव-युक्त भजन को गाकर संत लोकेश ने बताया कि प्रभु की माया बड़ी प्रबल है जिसमें जीव आकर्षित हो काम क्रोध लोभ मोह ममता को छोड़ नहीं पाता लेकिन प्रभू परमात्मा को याद करना उसके नाम का सुमिरन करना छोड़ देता है इसलिए आचार्यश्री गुरुबाबा हमें इस भजन के द्वारा सचेत कर रहे हैं कि तुम्हारी उम्र धीरे धीर समाप्त हो रही है काल से बड़ा शक्तिशाली कोई नहीं है जिसने अनेक बड़े बड़े शक्तिमान योद्धाओं, रावण कंस हिरणाकश्यप आदि बड़े बड़े वरदान प्राप्त सूरमाओं को भी नहीं छोड़ा इसलिए काल के बल को समझो। उम्र समय एवं अमोलक श्वासों को समाप्त होने से पहले अपने गुरु की शरण में जाओ उनकी युक्ति लेकर भजन कीर्तन में,नाम सुमिरन में अपने समय उम्र एवं श्वासों को सफल करो।