सत्ता के लिए कांग्रेस किसी हद तक जा सकती है आपातकाल से बड़ा उदाहरण क्या हो सकता है: रामू रोहरा
कांग्रेस ने हमेशा संविधान का मजाक बनाया है : भाजपा
लोकतंत्र के इतिहास में काला अध्याय आपातकाल – जगन्नाथ पाणिग्रही
धमतरी। आज भाजपा कार्यालय में 25 जून आपातकाल काला दिवस के विरोध में भाजपा प्रदेश नेतृत्व के निर्देशानुसार गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमे कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में भाजपा प्रदेश महामंत्री रामू रोहरा एवं रायपुर संभाग के सह प्रभारी जगन्नाथ पाणिग्रही उपस्थित हुए |
छत्तीसगढ़ भाजपा के प्रदेश महामंत्री रामू रोहरा ने कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने तानाशाही और सत्तालोलुपता का प्रदर्शन करते हुए 25 जून, 1975 को देश पर आपातकाल थोपकर न केवल लोकतंत्र की हत्या की, अपितु भारतीय संविधान का खुलेआम मखौल भी उड़ाया था। श्री रोहरा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने भारतीय लोकतंत्र के उसी काले अध्याय से रू-ब-रू कराते हुए ‘आपातकाल का काला दिवस’ मनाकर संविधान और लोकतंत्र के नाम पर देश में पाखंडपूर्ण राजनीति कर रही कांग्रेस के इस इस कलंकित राजनीतिक चरित्र से परिचित कराने का बीड़ा उठाया है।
भाजपा प्रदेश महामंत्री ने कहा कि सन 1975 में देश पर आपातकाल थोपकर तत्कालीन इंदिरा सरकार ने जिस प्रकार से लाखो निरपराध लोगों को जेल में डाला, न्यायपालिका और मीडिया के अधिकारों को नियंत्रित करने का काम किया, अपने विरोधियों को जेल में डालकर उन्हें प्रताड़ित करने का काम किया, आज 50 साल बाद यह देश उस काला दिवस को न तो भूल पाया है और न कभी भूल पाएगा। श्री रोहरा ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा से सत्ता के लिए किसी भी हद तक जाने का काम करती रही है और आज भी कांग्रेस अपने इसी राजनीतिक चरित्र के साथ राजनीति कर रही है। कांग्रेस को न तो देश के संविधान पर भरोसा है और न ही देश की संवैधानिक संस्थाओं पर। सत्ता हासिल करने और उस पर काबिज रहने के लिए, अपने राजनीतिक सत्ता-स्वार्थ के लिए कांग्रेस ने हमेशा संविधान एवं संवैधानिक संस्थाओं पर कब्जा कर उसे तोड़ने का काम किया है। यह कांग्रेस का इतिहास रहा है कि 90 से अधिक बार राज्य सरकारों को बर्खास्त करने का काम भी कांग्रेस ने किया है। संविधान और संवैधानिक प्रावधानों का दुरुपयोग करके दोबारा कोई ऐसी हिम्मत न कर सके, इसके लिए भाजपा ने जन-जन को जागरूक कर देश को एक बार फिर आपातकाल के अन्याय, अत्याचार और ज्यादतियों के बारे में बताने के लिए 25 जून को भाजपा द्वारा पूरे प्रदेश के जिला मुख्यालय में आपातकाल का काला दिवस मनाया गया है ।
जगन्नाथ पाणिग्रही ने कहा की वर्ष 1975 में आज ही के दिन इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने पूरे देश में आपातकाल लागू कर लोकतंत्र की हत्या कर दी थी। देशवासियों के मौलिक अधिकार छीन लिए गए, प्रेस पर सेंसरशिप लगा दी गई और असंख्य लोगों को जेल में डाल दिया गया था।21 महीना का ये आपातकाल भारतीय लोकतंत्र का काला अध्याय है |
श्री पाणिग्रही ने कहा की कांग्रेस की दमनकारी नीतियों,सत्ता पिपाशा व तानाशाही मानसिकता ने 25 जून 1975 को आपातकाल लगाकर भारतीय लोकतंत्र के ऊपर कभी ना मिटने वाला धब्बा लगाया था। रातों रात लाखों निरअपराध लोगों को जेलों में ठूँस दिया,प्रेस की आज़ादी पर ताला लगा दिया,लोगों की अभिव्यक्ति की आज़ादी छीन ली। देशहित से ऊपर एक परिवार एक व्यक्ति के अहंकार को रखा गया।आपातकाल के विरुद्ध लाखों लोगों ने आंदोलन किया था। देशभर में युवाओं, पत्रकारों और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तारियां देनी पड़ी थीं। देश आपातकाल के विरुद्ध आवाज़ उठाने वाले और यातनाएँ सह कर कांग्रेस की दमनकारी नीतियों का मुखर विरोध करने वाले लोकतंत्र के सभी प्रहरियों के प्रति अपनी कृतज्ञता समर्पित करता है।आपातकाल के विरुद्ध उठी हर आवाज़ को मैं नमन करता हूँ ।
इस कार्यक्रम में अर्चना चौबे, शशि पवार,महेंद्र पंडित,नरेंद्र रोहारा, कविंद्र जैन, श्यामा साहू, बीथिका बिस्वास, विजय साहू, मुरारी यदु,उमेश साहू,हेमंत चंद्राकार, ,राजेश गोलछा,प्रकाश गोलछा, चंद्रकला पटेल, श्यामा देवी साहू, अनिता सोनकर, संगीता जगताप, प्राची सोनी, हेमंत माला, गोपाल साहू, सूरज शर्मा, अमन राव, ओमेस यादव, , सुभाष चंद्रकार विनोद पांडे, विनय जैन,बशीर अहमद, सुशीला तिवारी,भारत सोनी,नवीन सांखला,युवराज मरकाम,दीपक गजेंद्र,नीलू डागा,सरिता आसाई,प्रकाश सिन्हा,कोमल सर्वा, कोमल देवांगन उपस्थित रहे।