आजादी के ऐतिहासिक महत्व को संरक्षित करने के लिए शहीद चंद्रशेखर आजाद कि प्रतिमा की स्थापना परेवाडीह में – ओंकार साहू
ग्राम परेवाडीह में शहीद चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा की स्थापना की गई | जिसमें धमतरी विधायक अतिथि के रूप में पहुंचकर शहीद चंद्रशेखर आजाद जी की पूजा अर्चना कर माल्यार्पण व पुष्प गुच्छ अर्पित किए | धमतरी विधायक ओंकार साहू ने कहा देशभक्ति और स्वतंत्रता संग्राम के याद में चंद्रशेखर आजाद एक देशभक्त व स्वतंत्रता सेनानी थे इसलिए उनकी मूर्ति की स्थापना हम गांव-गांव में कर रहे हैं | चंद्रशेखर आजाद की मूर्ति युवाओं के लिए प्रेरणा और आदर्श रूप होता हैं चंद्रशेखर का पूरा बचपन आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र झाबरा में ही बीता था। यहां पर उन्होंने बचपन से ही निशानेबाजी और धनुर्विद्या सिखी। लगातार मौका मिलते ही वो इसकी अभ्यास करने लगे, जिसके बाद यह धीरे-धीरे उनका निशानेबाजी पर शौक बढ़ गया।पढ़ाई से ज्यादा चंद्रशेखर का मन खेल-कूद और अन्य गतिविधियों में लगता था। जलियांवाला बाग कांड के दौरान आजाद बनारस में पढ़ाई कर रहे थे। इस घटना ने बचपन में ही चंद्रशेखर को अंदर से झकझोर दिया था। उसी दौरान उन्होंने ठान ली थी कि वह ईंट का जवाब पत्थर से देंगे। इसके बाद उन्होंने यह तय कर लिया कि वह भी आजादी के आंदोलन में गरम दल के नेता के रूप में उतरें और उन्होंने निर्णय लिया कि वह जब तक जीवित रहेगा तब तक वह अंग्रेज पुलिस के हाथों नहीं आएगा इसी वजह से उन्होंने अपने आप को गिरफ्तारी से पहले गोली मार ली और शहीद हों गये इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से देवेंद्र साहू सरपंच प्रतिनिधि, कैलाश बाई निर्मलकर, पुराणिक राम साहू, शिवदयाल साहू शिक्षण, लोकेश साहू ग्राम पटेल, झाड़ू राम साहू, टीकम साहू, हीरा सिंह ध्रुव, तेजराम साहू, दिनेश साहू, डोमन साहू, वीरेंद्र ध्रुव, राधेश्याम साहू, कुलेश्वर ध्रुव, तुलसीराम निर्मलकर, उमाशंकर साहू, पीलू राम साहू ग्राम विकास समिति अध्यक्ष, सावत यादव, गोपी कृष्ण साहू, राजाराम साहू,कोमल राम साहू संचालक साथ में इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में मातृशक्ति एवं ग्राम वाशियों की उपस्थित रही |