पारख परिवार द्वारा बीजेएस के बैनर तले शासकीय कन्या माध्यमिक शाला में हुआ न्योता भोज संपन्न
बीजेएस अध्यक्ष ज्योति हरख जैन ने बच्चो को बताया मकर संक्रांति का महत्त्व
भखारा-छत्तीसगढ़ के सरकारी स्कूलों के बच्चों को पौष्टिक और स्वादिष्ट खाना देने के साथ भोजन में उनकी रुचि बढ़ाने के लिए न्योता भोजन शुरू किया गया है. कोई भी अपनी स्वेच्छा से स्कूलों में भोज का आयोजन कर सकता है.इसी कड़ी में स्थानीय गर्ल्स स्कूल में मकर संक्रांति पर्व पर भारतीय जैन संगठन द्वारा न्योता भोज संपन्न हुआ. इस अवसर पर बच्चों को तिल गुड़, पापड़ी, फल आदि पौष्टीक सामग्री प्रेम से खिलाये गए.मकर संक्रांति का महत्त्व बताते हुए बी जे एस अध्यक्ष ज्योति हरख जैन ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए पर्व की शुभकामनायें दीं. सचिव रेखा नाहर ने शुभकामनायें देते हुए कहा कि आप सभी पतंग जैसे आसमां छुएँ। विश्वास की डोर कभी नहीं टूटे।इस अवसर पर प्रधान पाठिका उषा साहू, मिकेश साहू, रूद्र प्रकाश पुरी, अमज़द खान,रेखा नाहर, निर्मला जैन,सविता पारख, मयंक,उषा पारख,गूंजा पारख, साक्षी जैन, होशिका, हंशिका आदि सहित स्टाफ एवं कक्षा 6 से 8 तक के बच्चे उपस्थित रहे।
मकर संक्रांति का वैज्ञानिक महत्व है
सूर्य धीरे धीरे उत्तरी गोलार्ध की ओर झुकता है, जिससे दिन बड़े और रातें छोटी होने लगती हैं। मकर संक्रांति से शीत ऋतु का अंत और वसंत ऋतु की शुरुआत होती है। यह समय कृषि के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि फसल कटाई का मौसम शुरू होता है। सूर्य की किरणों में विटामिन डी प्रचुर मात्रा में मिलता है।मकर संक्रांति का त्योहार न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसका वैज्ञानिक महत्व भी है। मकर संक्रांति सूर्य, पृथ्वी और ऋतुओं के बीच के संबंध को दर्शाने वाला पर्व है।