स्वच्छता पर कड़ी नजर: स्वास्थ्य सभापति नीलेश लुनिया के औचक निरीक्षण से हड़कंप
जनसेवा के कार्यों में अब नहीं चलेगा कोई बहाना या भ्रष्टाचार: महापौर रामू रोहरा
धमतरी। नगरीय प्रशासन और स्वच्छता व्यवस्था को लेकर नगर निगम धमतरी ने अब कमर कस ली है। स्वास्थ विभाग के सभापति नीलेश लूनिया द्वारा पिछले कुछ दिनों से सुबह शहरभर के शौचालयों का औचक निरीक्षण किया गया, जिसमें बड़ी लापरवाहियां उजागर हुई हैं। निरीक्षण के दौरान लगभग 24 सार्वजनिक शौचालयों की हालत बेहद खराब पाई गई। कहीं दरवाजे टूटे हुए थे, तो कहीं नल टूटे हुए,कई स्थानों पर नेपकिन की सुविधा नहीं थी और सफाई व्यवस्था पूरी तरह से लचर दिखाई दी। पानी के रिसाव और दुर्गंध ने स्वच्छ भारत मिशन की मंशा पर सवाल खड़े कर दिए। नीलेश लूनिया ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि शौचालय संचालन से जुड़ी एजेंसियों को अनुबंध का सख्ती से पालन करना होगा। जो एजेंसी लापरवाह पाई जाएगी, उसे नोटिस जारी किया जाएगा और फिर अनुबंध निरस्त कर, जिम्मेदारी किसी दूसरी एजेंसी को सौंप दी जाएगी।शासन द्वारा मेंटेनेंस के लिए दिया गया पैसा जनहित के लिए है, उसका दुरुपयोग किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होगा। गौरतलब है कि महापौर रामू रोहारा की ओर से श्री लुनिया को जो जिम्मेदारी सौंपी गई है, उसे वे पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ निभा रहे हैं। सुबह से ही पूरे शहर का दौरा कर वे सफाई व्यवस्था की बारीकियों पर नजर रख रहे हैं। शौचालयों की दुर्दशा देखकर उन्होंने मौके पर ही अधिकारियों को फटकार लगाई और सुधार की समय सीमा तय की। उनका कहना है, पिछली सरकार के समय जो भ्रष्टाचार हुआ, वो अब नहीं चलेगा। इस अभियान की खास बात यह है कि निरीक्षण पूरी तरह से बिना किसी पूर्व सूचना के किया गया। इसका असर यह हुआ कि जिन एजेंसियों ने अब तक सिर्फ फॉर्मेलिटी निभाई थी, उनकी पोल खुल गई। जिन शौचालयों की हालत बेहद खराब थी, उनके फोटो खींचकर रिपोर्ट बनाई गई है, और संबंधित एजेंसियों को तत्काल संज्ञान लेने के निर्देश दिए गए हैं।
जनता ने जो जिम्मेदारी दी है उसे पूरी निष्ठा से निभाएंगे – रामू रोहरा
महापौर रामू रोहरा ने कहा कि निगम के कोई भी विभाग के कार्यों में लापरवाही नहीं चलेगी। शहर की स्वच्छता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। शहर की जनता ने हमें भरोसे के साथ जिम्मेदारी दी है, हम उसे पूरी निष्ठा से निभाएंगे। शौचालयों की दुर्दशा पर कार्रवाई तय है। स्वास्थ विभाग के सभापति सुधारात्मक पहल कर रहे हैं। जो एजेंसी काम नहीं करेगी, उसे हटाया जाएगा। जनता को सुविधा देना हमारी प्राथमिकता है, पिछली सरकार की तरह भ्रष्टाचार नहीं, अब ईमानदारी से काम होगा।
प्रत्येक सार्वजनिक शौचालय की हफ्ते में दो बार होगी निगरानी, हर महीने बनेगा ऑडिट रिपोर्ट – नीलेश लुनिया
उल्लेखनीय है कि नीलेश लुनिया के इस सक्रियता भरे रवैये की चारों ओर तारीफ हो रही है। आम नागरिकों का कहना है कि पहली बार ऐसा कोई जनप्रतिनिधि आया है,जो खुद सुबह-सुबह शहर के हर कोने तक पहुंच रहा है और जमीनी हकीकत समझ रहा है। यह पहली बार है जब स्वच्छता को सिर्फ प्रचार तक सीमित नहीं रखा गया, बल्कि वास्तविक सुधार की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। शासन स्तर पर भी इस मुहिम की सराहना की जा रही है। राज्य सरकार ने पहले ही स्वच्छता को सर्वोच्च प्राथमिकता में रखा है, और अब स्थानीय स्तर पर उसकी सख्त अनुपालना हो रही है। नीलेश लूनिया द्वारा अब तय किया गया है कि प्रत्येक सार्वजनिक शौचालय की हफ्ते में दो बार निगरानी की जाएगी,और महीने में एक बार ऑडिट रिपोर्ट तैयार की जाएगी।