सेमिनार में एक्सपर्ट ने सिखाई जीने की कला खुश रहना है तो नई चीजें सीखते रहें; खुद को रिवार्ड दें और खुलकर हंसे
मूलचंद सिन्हा
कुरूद. वृंदावन हॉल में शुभारंभ फाउंडेशन की ओर से मोटिवेशनल स्पीच पर सेमिनार रखा गया ।जिसका विषय था प्रत्येक समस्या का समाधान इस पर डॉ अनन्या शर्मा और शीलू शर्मा ने रोचक तरीके से बात रखी उन्होंने कहा कि सोच में बदलाव लाकर हम सकारात्मक दिशा में चल सकते हैं ।उन्होंने सेवन हैबिट सक्सेसफुल पर्सन बुक के हवाले से कहा पहले आप सामने वाले को समझने की कोशिश करें ,फिर सामने वाला आपको समझेगा। डॉ अनन्या ने खुशी के हार्मोन एक्टिव करने के तरीके बताएं
बच्चों को एब्रॉड जाने से नहीं रोकना चाहिए
एक्सपर्ट ने सवाल पूछा कि क्या बच्चों को एब्रॉड जाने से रोकना चाहिए इस पर पार्टिसिपेंट ने कहा कि उनको अपने कैरियर चुनने की आजादी है। उनके फैसले में रुकावट नहीं बनें। जब तक हम एक्टिव है तब तक तो हमें कोई दिक्कत नहीं है और हमको सभी तरीके से एक्टिव ही रहना चाहिए ।हां बच्चों को संस्कारित जरूर करना चाहिए क्योंकि आजकल नैनो फैमिली का जमाना हो गया है ।बच्चे अभी काबिल है तो उन्हें विदेश जाने से नहीं रोकना चाहिए .
खुद के लिए कभी निगेटिव ना बोले
दुनिया में किसी देश में लोग पेड़ को काटने से पहले उसे भरपूर गाली देते हैं ।इसका असर यह होता है वह पेड़ झुक जाता है लोग उसे आराम से काट लेते हैं। जरा सोचिए जब पेड़ पर खराब शब्दों का इतना बुरा असर पड़ रहा है तो हम तो इंसान हैं। इसलिए खुद के लिए भी निगेटिव थॉट या वार्ड मतयूज़ कीजिए।अवसाद दूर करने योग ध्यान प्राणायाम जैसी पद्धति, रोचक पसंदीदा कार्य करने,गेजेट्स का मिनिमम उपयोग आदि व्यावहारिक तरीके बताए। इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष सीमा कटंकवार, सचिव अरुणा यादव कोषाध्यक्ष एवं संचालक लक्ष्मीनारायण लाहोटी ,भखारा धमतरी से हरख जैन पप्पू,छबीलाल सोनी, इंजीनियर सीपी शर्मा ,अन्नपूर्णा शर्मा ,शिल्पी सोनवानी, कैलाश छाबड़ा, शंकर लालवानी ,सुजीत यादव आदि बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे.