कनाडा से तनाव के बीच सरकार की चैनलों को सलाह, डिबेट में देश के दुश्मनों को न बुलाएं…
कनाडा के साथ चल रहे राजनयिक विवाद के बीच सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने मीडिया प्लेटफार्मों के लिए एक सख्त रिमाइंडर जारी किया है।
सरकार ने टीवी चैनलों से देश के दुश्मनों को डिबेट में न बुलाने की सलाह दी है।
मंत्रालय ने कहा कि हाल ही में ऐसे व्यक्ति को टीवी पर चर्चा के लिए आमंत्रित किया गया था जिस पर अपराध के गंभीर मामले दर्ज हैं।
गुरुवार को जारी नोटिफिकेशन में कहा गया, “मंत्रालय के संज्ञान में आया है कि विदेश के एक व्यक्ति को टेलीविजन चैनल पर चर्चा के लिए आमंत्रित किया गया था।
उस व्यक्ति के खिलाफ आतंकवाद सहित अपराध के गंभीर मामले दर्ज हैं और भारत में कानून द्वारा प्रतिबंधित संगठन से जुड़ा है।
उक्त व्यक्ति ने कई टिप्पणियां कीं जो देश की संप्रभुता/अखंडता, भारत की सुरक्षा, एक विदेशी देश के साथ भारत के मैत्रीपूर्ण संबंधों के लिए हानिकारक थीं। उनमें देश में सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ने की भी संभावना थी।”
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि टेलीविजन चैनलों को सलाह दी जाती है कि वे ऐसे पृष्ठभूमि के व्यक्तियों को उनके एजेंडा के लिए कोई भी मंच देने से बचें। इनमें वे लोग भी शामिल हैं जिनके खिलाफ गंभीर अपराध/आतंकवाद के आरोप हैं। इसमें कहा गया, “हालांकि सरकार मीडिया की स्वतंत्रता को कायम रखती है और संविधान के तहत उसके अधिकारों का सम्मान करती है, लेकिन टीवी चैनलों द्वारा प्रसारित कंटेंट को सीटीएन अधिनियम, 1995 के प्रावधानों का पालन करना चाहिए, जिसमें धारा 20 की उपधारा (2) भी शामिल है।”
सरकार का ये रिमाइंडर ऐसे समय में है जब भारत और कनाडा के बीच खालिस्तानी अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर कूटनीतिक विवाद चल रहा है। जून में निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की ‘संभावित’ संलिप्तता के कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोपों के बाद यह विवाद उत्पनन हुआ। भारत ने मंगलवार को इन आरोपों को ‘बेतुका’ और ‘प्रेरित’ बताते हुए खारिज कर दिया था और इस मामले में कनाडा द्वारा एक भारतीय अधिकारी को निष्कासित किए जाने के बदले में कनाडा के एक वरिष्ठ राजनयिक को निष्कासित कर दिया था।
भारत ने बुधवार को और कड़ा रुख अपनाते हुए कनाडा में बढ़ती भारत विरोधी गतिविधियों और राजनीतिक रूप से समर्थित घृणा अपराधों और आपराधिक हिंसा को देखते हुए वहां रह रहे अपने नागरिकों और वहां की यात्रा का विचार कर रहे अपने नागरिकों को ‘‘अत्यधिक सावधानी’’ बरतने का परामर्श जारी किया।