गुरु के मार्गदर्शन के बिना जीवन में सफलता की सीढ़ियों पर चढ़ना आसान नहीं : रंजना साहू
ग्राम रुद्री में कबीर सतसंग में सतगुरु वाणी का रसपान करने पहुंची पूर्व विधायक श्रीमती रंजना डीपेंद्र साहू, सतगुरु संतों से लिए आशीर्वाद
धमतरी- सदगुरु कबीर धर्मदास वंशावली पांच शताब्दी महोत्सव के अवसर पर सतगुरु कबीर सत्संग समिति रुद्री के द्वारा कबीर सत्संग का आयोजन किया गया, इस अवसर पर संत दर्शन करने एवं कबीर वाणी का रसपान करने भाजपा प्रदेश प्रवक्ता एवं पूर्व विधायक श्रीमती रंजना डीपेंद्र साहू पहुंची। सर्वप्रथम सतगुरु संतों से आशीर्वाद लिए और समस्त सतगुरु कबीर प्रेमी श्रोताओं के साथ संतवाणी सुनी। पुज्य संतों ने संत वाणी में कहा कि कबीर कहते हैं कि बड़ी बड़ी पुस्तकें पढ़ कर संसार में कितने ही लोग मृत्यु के द्वार पहुँच गए, पर वे सभी विद्वान न हो सके। यदि कोई प्रेम या प्यार के केवल ढाई अक्षर अच्छी तरह पढ़ ले, तो वही सच्चा ज्ञानी होगा, जीवन में सफलता के लिए संत कबीर ने पांच बड़े सूत्र बताएं है जिसमें गुरु का महत्व, विनम्रतापूर्वक आचरण, एकाग्र ध्यानचित्त, ज्ञान की प्राप्ति, दैनिक कर्मकांड जिसमें कबीरदास जी का कहना है कि लंबे समय तक हाथ में मोती का माला फेरने से कुछ लाभ नहीं होने वाला है। इससे आपके मन के भाव शांत नहीं होंगे। चित्त को शांत रखने और मन को काबू रखने पर ही मन की शीतलता प्राप्त होगी। कबीर दास जी लोगों को अपने मन को मोती के माला के समान सुंदर बनाने की बात करते हैं। संत दर्शन एवं कबीर वाणी श्रवण करने के उपरांत श्रीमती रंजना साहू ने कहा कि जीवन की आपाधापी में हर इंसान अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हाथ-पांव मारते है, लेकिन किसी भी क्षेत्र में सफलता की सीढ़ियों पर चढ़ना इतना आसान भी नहीं होता है। उसे गुरु का ज्ञान रूपी आशीर्वाद मिलना अति आवश्यक है। गुरु ही हैं जो शिष्य को अज्ञान से ज्ञान की तरफ लाकर उसे परम ब्रह्म परमेश्वर से परिचित कराते हैं। उन्हें पाने का मार्ग प्रशस्त करते हैं। वह ना हो तो मनुष्य ईश्वर को जान ही ना पाएगा। सत्संग समारोह में समाज सेवी लता अवनेंद्र साहू, रुद्री सरपंच अनीता यादव सहित बड़ी संख्या में संत जन एवं सत्संग श्रवण करने कबीर सत्संगी मुख्य रूप उपस्थित रहे।