ई मंडी जटिलताओं को दूर करने जल्द होगा साफ्टवेयर का डेमोस्ट्रेशन
राईस मिल एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में जिला धमतरी राईस मिल आनर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधि मंडल ने की मंडी बोर्ड के एमडी से मुलाकात
आनलाईन सौदापत्रक में मांगी गई अप्रसंगिक जानकारी व अन्य समस्याओं से भी कराया गया अवगत
धमतरी। राईस मिल एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष योगेश अग्रवाल के नेतृत्व में जिला धमतरी राईस मिल आनर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों राजेंद्र लुंकड, नवीन संखाला ,राजेश गोलछा, अखिलेश खंडेलवाल ने छग राज्य कृषि विपणन (मंडी) बोर्ड के प्रबंध संचालक महेंद्र सवन्नी से मुलकात कर ई मंडी के लागू होने पर व्यवहारिक समस्याओं के संबंध में चर्चा की।
उल्लेखनीय है कि केन्द्रीय मंडी अधिनियम व केन्द्र के नीतियों के अनुरुप प्रदेश के सभी कृषि उपज मंडियों को ई मंडी परिवर्तित किया जा रहा है। जिसके तहत प्रदेश के अधिकांश मंडियां ई मंडी बन चुके है। आज तक मंडी के अधिकारी-कर्मचारियों व राईस मिलर्स, व्यापारी मंडी में परम्परागत तरीके से काम करते रहे है लेकिन अब मंडी में नये साफ्टवेयर से कई प्रकार की दिक्कते आएंगी। इन्ही दिक्कतों से राईस मिलरों के प्रतिनिधि मंडल द्वारा मंडी बोर्ड के एमडी से मुलाकात कर समस्या बताई गई। बताया गया कि प्रदेश में नये साफ्टवेयर से कई जटिलताएं है। सौदा पत्रक आनलाईन प्रस्तावित है, एवं इसमें विक्रेता की जो जानकारी मांगी गई है वह अप्रासंगिक है. इसमें की सरलीकरण करने की आवश्यकता है। भुगतान नगद में करने की अनिवार्यता रखने की मांग की गई। ई-मण्डी व्यवस्था मंडिओं में केवल खड़े माल के लिए प्रदेश में ई-मंडी के राष्ट्रीय पोर्टल पर ई-आक्शन हेतु उपयोग होनी चाहिए साथ ही प्रसंस्कृत उत्पाद (चावल/कनकी) पर मण्डी अनुज्ञा पत्र को समाप्त करने की मांग की गई। जिला धमतरी राईस मिल ऑनर्स एसोसिएशन की मुलाकात के दौरान मांग पर एमडी ने जिले में नये साफ्टवेयर के डेमोस्ट्रेशन रखने की बात कही। इससे राईस मिलों के तकनीकि स्टाफ व कर्मचारियों को नये साफ्टवेयर की जटिलताओं को समझने में सुविधा होगी। मंडी एमडी ने आश्वासन दिया है की समस्याओं का निराकरण किया जायेगा। भविष्य में भी किसी प्रकार समस्याएं आने पर निराकरण की बात कही। मुलाकात के दौरान प्रदेश राईस मिल एसोसिएशन के महामंत्री विजय तायल व प्रमोद जैन भी विशेष रुप से उपस्थित रहे।