स्कूल से शहीद अभिषेक गोलछा का पोस्टर फाडऩे व नाम मिटाने वालों के खिलाफ हुई पुलिस में शिकायत
झीरम में हुए नक्सली हमले में नगरी निवासी युवा नेता अभिषेक गोलछा भी शहीद हुआ था। उसके नाम पर शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नगरी का नामकरण सीएम भूपेश बघेल की घोषणा के बाद हुआ। 23 फरवरी को शासन के आदेश के बाद नामकरण की औपचारिकता पूरी हुई। नामकरण के बाद स्कूल में शहीद के नाम के साथ एक पोस्टर लगाया गया था, जिसे दो माह पहले शरारती तत्वों ने फाड़ दिया, इसके बाद स्कूल के सामने की ओर नाम लिखा गया। सूत्रों ने बताया कि करीब एक सप्ताह पहले शहीद अभिषेक गोलछा के नाम को किसी ने पेंट से पोत दिया, जबकि शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नगरी बकायदा लिखा हुआ है। सिर्फ शहीद का नाम मिटाने के उद्देश्य से अज्ञात व्यक्ति की मंशा साफ नजर आ रही है कि उसे शहीद का नाम रास नहीं आ रहा जबकि नामकरण की घोषणा खुद सीएम ने की और शासकीय आदेश से विधिवत नामकरण हुआ है। फिर झीरम में अपने जान की कुर्बानी देने वाले युवा नेता के नाम पर स्कूल का नामकरण शहीद के सम्मान के रूप में देखा जा रहा था, जिस स्कूल की दीवार से सम्मान दिया गया वही अब शहीद के अपमान की गवाह बन रही है। शहीद अभिषेक गोलछा के परिजनों ने इसकी जानकारी कलेक्टर को दी है। इस संबंध में एफआईआर भी दर्ज कराई गई है। लेकिन अभी तक शरारती तत्वों का पता नहीं लगाया जा सका है।
शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नगरी का नामकरण नक्सली हमले में शहीद अभिषेक गोलछा के नाम पर किया गया है। असामाजिक तत्वों द्वारा स्कूल में नामकरण पोस्टर व दीवाल में लिखे शहीद अभिषेक गोलछा के नाम को मिटाने की शिकायत पुलिस करते हुए एफआईआर दर्ज कराया गया है।
ब्रजेश बाजपेयी
जिला शिक्षा अधिकारी धमतरी।