भाजपा सरकार में प्रदेश में महिलाये हो गई है असुरक्षित, रोज हो रही दुष्कर्म, दुर्व्यवहार की घटनाये-शरद लोहाना
कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने कहा 8 माह में प्रदेश में महिलाओं कें प्रति 3094 अपराध हुये है जिनमे 600 से अधिक बलात्कार की घटना है
बहन बेटियों की रक्षा के लिए कांग्रेस करेगी आंदोलन
प्रदेश में महिलाओं के साथ गैंगरेप एवं बढ़ते अत्याचार पर जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष शरद लोहाना ने इसे प्रदेश में भाजपा साय सरकार की लचर कानून व्यवस्था बताया है, श्री लोहाना ने आगे कहा की विगत 9 माह के भाजपा सरकार के राज में छत्तीसगढ़ में महिलायें असुरक्षित हो गयी है। रोज प्रदेश में कही न कही सामूहिक बलात्कार की घटना हो रही है, इससे बड़ा दुर्भाग्यजनक क्या हो सकता है जंहा राजधानी में महिलायें सुरक्षित नहीं है, रायपुर बस स्टैण्ड में एक महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म होता है, उसके बाद दूसरे दिन रिपोर्ट लिखा गया उसमें भी सामूहिक दुष्कर्म की घटना को नकारते हुए बलात्कार का रिपोर्ट लिखा गया पुलिस अपराधियों को सजा देने के बजाय उन्हें बचाने में लगी है, महिलायें घर से बाजार निकलने में भयभीत हो रही है। बस्तर, जशपुर बिलासपुर अंबिकापुर से लेकर राजधानी रायपुर में भी महिलायें खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है, बेहद दुर्भाग्यजनक है कि सरकार जिसे इन मामलों को गंभीरता से लेकर कार्यवाही करवाना चाहिए वह बलात्कार जैसी घटनाओं को भी छुपाने और अपराधियों को बचाने का काम कर रही है। अभी तक 8 माह में प्रदेश में महिलाओं कें प्रति 3094 अपराध हुये है तथा 600 से अधिक बलात्कार की घटना हुई है.श्री लोहाना ने आगे कहा की भिलाई के डीपीएस स्कूल में 4 साल की मासूम बच्ची के साथ दुराचार की घटना हो गयी बिना एफआईआर के एसपी ने घटना को नकार दिया, जबकि पास्को एक्ट में प्रवधान है कि ऐसी कोई घटना होने पर पहले एफआईआर होना चाहिये उसके बाद जांच होना चाहिए. जहॉ बच्ची के साथ दुराचार के मामले में दो-दो डॉक्टरों ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि बच्ची के निजी अंगो में चोट है कुछ गलत हुआ है, उसके बाद भी एसपी ने साय सरकार की छवि को धूमिल हाने से बचाने के लिए मामले को नकार दिया। आखिर पुलिस ने एफआईआर कब किया, मेडिकल बोर्ड का गठन कब हुआ बच्ची का स्वास्थ्य परीक्षण कब कराया गया, घटना सरकार के संज्ञान में था, सरकार ने क्या कार्यवाही किया, पास्को एक्ट में एफआईआर किये बिना क्लीनचीट दिये जाने के कारण एसपी पर कार्यवाही क्यों नही किया गया। इसी तरह रायगढ़ के पुसौर में एक आदिवासी महिला के साथ 14 लोगों ने दुराचार किया पुलिस रिपोर्ट लिखने में बहानेबाजी करती रही मिडिया के दबाव के बाद रिपोर्ट लिखने में मजबूर हुये। जशपुर के एक नाबालिक बच्ची के साथ सामुहिक दुराचार एवं कोण्डागांव में एक महिला के साथ सामूहिक दुराचार हो गया 20 दिन तक रिपोर्ट नही लिखी गई यह बेहद दुर्भाग्यजनक है कि बंगाल की घटना पर प्रतिक्रिया देने वाले भाजपाई छत्तीसगढ़ में 4 वर्षीय मासूम बच्ची के साथ दरिंदगी पर मौन है। केन्द्र के रिमोर्ट कन्ट्रोल से चलने वाली भारतीय जनता पार्टी की साय सरकार प्रदेश में कानून व्यवस्था को सम्भाल नही पा रही है लगातार आपारिधिक मामले बढ़ रही है। इस मामले पर हम अपनी बहन बेटियों की रक्षा की लड़ाई लडे़गे, आंदोलन करेंगे। सरकार को महिलाओं की सुरक्षा के लिये मजबूर करेंगे।