आगामी 3 अक्टूबर से 9 दिवसीय नवरात्र पर्व की शुरुवात हो रही है. जिलेभर में दुर्गोत्सव समिति के युवा जगह जगह आकर्षक और भव्य पंडाल सजाने में जुटे हुए है, नवमित्र मंडल दुर्गोत्सव समिति विवेकानंद नगर की प्रतिमा धमतरी की महारानी को बैठाते 28 वर्ष पूर्ण हो चुके है , यह उनका 29वा वर्ष है, इस साल मां अम्बे की प्रतिमा लगभग 14 फीट ऊंची होंगी|नवमित्र मंडल दुर्गोत्सव समिति के सदस्य देवेश अग्रवाल ने बताया की धमतरी की महारानी मां अम्बे की प्रतिमा दुर्ग स्थित थनौद में बन रही है, जिसे मूर्तिकार गिरधर चक्रधारी स्वयं बना रहे है, करीब 100 फीट एरिया में आकर्षक एवं भव्य पंडाल समिति द्वारा बनवाया जा रहा है| आकाश साधवानी ने बताया की धमतरी के कारीगर भव्य लाइट, पंडाल लगाने की तैयारी में जुटे हुवे है| मां अम्बे की प्रतिमा की लागत 1.25 लाख रुपए है, मां अम्बे की मूर्ति थनौद से 1 अक्टूबर को लाई जाएगी| समिति के एक और सदस्य सानिध्य मिश्रा ने बताया की हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी पूरे नौ दिन विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम समिति द्वारा रखा गया है, जिसमे बच्चो के खेलकूद, महाआरती, जगराता ,रामलीला, रावण दहन के साथ–साथ अन्य कार्यक्रम भी होंगे|नवमित्र मंडल दुर्गोत्सव समिति का गठन 1996 में हुआ था, लेकिन धमतरी की महारानी का स्वरूप सन् 2016 से रखना प्रारंभ हुआ, आज समिति में लगभग 70 सदस्य है और सभी के सहयोग से यह महोत्सव हर वर्ष पूरी व्यवस्थित तरीके से संपन्न होता है.नवरात्र को और भव्य रूप देने में समिति के मनजोत सिंह, सृजन सिन्हा, नयन सुखवानी, उमेश शाह, गुंजल सिन्हा, मनोज राठी, हिमांशु केशवानी, हनु महाडीक, गूंज सोनी, अनुज अग्रवाल, स्वप्निल गजेंद्र, विराज शाह, भावेश, श्रेयांश, मौलिक, दक्ष, जित्तू, आयुष, रोहित, सत्यम आदि लोग लगे हुए है