संयुक्त मोर्चा ने मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा
धमतरी. शासकीय कर्मचारी अधिकारी संयुक्त मोर्चा द्वारा कलेक्टर की अनुपस्थिति में अपर कलेक्टर को आज जिले में कार्यरत समस्त संवर्ग के चतुर्थ वर्ग से लेकर प्रथम श्रेणी तक के जिसमें लिपिक ,वाहन चालक संघ, शिक्षको, शिक्षाकर्मी संवर्गो के कर्मचारी अधिकारियों नेप्रांतीय आव्हान पर एक दिवसीय सामूहिक अवकाश लेकर , काम बंद ,कलम बंद, कार्यालय बंद ,कर जनपद कार्यालय के सामने 5 सूत्रीय मांगों के संदर्भ में रैली, धरना, प्रदर्शन किए और मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव के नाम के नाम अपर कलेक्टर धमतरी ,को ज्ञापन सौंपे।
कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने वालों में , जिला संयुक्त मोर्चा धमतरी के विभिन्न शामिल घटक संगठनों में,जिसमें कर्मचारी अधिकारी महासंघ, के जिला संयोजक दीपक शर्मा, कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन, के जिला संयोजक मुकेश पांडे, और विभिन्न शैक्षिक संगठनो के भूषण लाल चंद्राकर, देवनाथ साहू,,गोपाल शर्मा, वासुदेव भाई, लक्ष्मण राव मगर एमएस भास्कर, चंदूलाल चंद्राकर, खुमान सिंह ठाकुर,, नवीन चंद्राकर, एनआर टंडन, ममता खालसा श्रीमती ममता खालसा,, हरीश सिन्हा,प्रदीप सिन्हा,, न्यायिक कर्मचारी संघ, के नागेश्वर मौर्य, एस आर टंडन ,संजय नारंग, मनोज वाधवानी, नगर निगम ,, अमित महोबे ,पेंशनर संघ के वाईआर देवान, कृपा शंकर मिश्रा, बीआर नाग, शामिल होकर मुख्य सचिव और मुख्यमंत्री के नाम अपर कलेक्टर को ,राज्य शासन के अधिकारी कर्मचारी के 5 सूत्री मांगों को लेकर अपर कलेक्टर को ज्ञापन में शामिल हुए।, 5 सूत्रीय ज्ञापन के प्रमुख मांगों में, 1 जनवरी 2016 से, राज्य शासन के समस्त कर्मचारियों को एचआरए (गृह भाड़ा भत्ता) प्रदान किया जाए। राज्य शासन के कर्मचारियों को केंद्र के समान शेष 9% महंगाई भत्ता देय तिथि से देकर एरियर्स राशि प्रदान की जाए। सरकार की 2018 की जन घोषणा पत्र के अनुसार प्रत्येक कर्मचारी को चार स्तरीय वेतनमान दिया जाए। वेतन विसंगति दूर करने हेतु पिंगुआ कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए, पूर्ण पेंशन की आयु 33 वर्ष की जगह पर 25 वर्ष की जाए। जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने के बाद कर्मचारी अधिकारी महासंघ के जिला संयोजक दीपक शर्मा और फेडरेशन संयोजक मुकेश पांडे ने सामूहिक अवकाश में धरना प्रदर्शन ,रैली ,में हिस्सा लेने के लिए जिले के सभी कर्मचारी अधिकारियों को आभार प्रदर्शन किया। तथा 1 अगस्त से मांगे पूर्ण नहीं होने पर अनिश्चितकालीन धरना के लिए जिले के समस्त कर्मचारियों को मानसिक रूप से पूर्ण रूपेण तैयार रहने के संदेश दिये।