रात में कतार बद्ध होकर शहर में प्रवेश करती है हाईवा वाहने, त्यौहारी सीजन में बढ़ी दुर्घटना की आंशका
शहर के भीतर मुख्य मार्गो पर सरपट दौड़ती है हाईवा वाहने, पूर्व में हो चुके है इन वाहनों से कई हादसे
एक साथ दर्जनों वाहनों के कतारबद्ध चलने से सहम जाते है लोग, गति भी रहती है बेलगाम
धमतरी। शहर के भीतर रेत परिवहन करने वाली हाईवा वाहनों का समय निर्धारित किया गया है। जिसके तहत रात में 10 बजे इनकों शहर में एंट्री होती है और एंट्री ऐसी होती है कि लोग सहम जाते है। क्योंकि जिस प्रकार उक्त हाईवा वाहने कतारबद्ध होकर तेज रफ्तार से चलती है दुर्घटना की आंशका बढ़ जाती है। पूर्व में कई सड़क हादसों का कारण हाईवा वाहने बन चुकी है। जिसमें अब तक कई जाने जा चुकी है। बता दे कि रेत लोडिंग करने हाईवा वाहने शहर के बाहर रात 10 बजे से पहले ही कतारबद्ध होकर 10 बजने का इंतजार करते है और घड़ी की सुई 10 पर पहुंची नहीं कि हाईवा शहर में प्रवेश करने लगती है। एक के बाद एक कर दर्जनों हाईवा वाहने शहर में घुसती है। तेज रफ्तार और एक क्रम में चलकर अन्य सभी वाहनों को साइड कर देती है। लोग भी काल रुपी हाईवा से दूरी बनाना ही बेहतर समझते है। चूंकि दीपावली पर्व नजदीक है। त्यौहारी सीजन शुरु हो चुका है आने वाले दिनों में देर रात तक दुकानों और सड़कों पर लोगों की आवाजाही बनी रहेगी। ऐसे में यदि इसी प्रकार हाईवा वाहने तेज गति के साथ एक साथ शहर प्रवेश करेगी तो दुर्घटना की आशंका और बढ़ सकती है। इसलिए लोग मांग कर रहे है कि कम से कम दीपावली पर्व तक हाईवा चालकों की मनमानी पर लगाम जाये। रात 10 बजे के बाद भले ही प्रवेश हो लेकिन रफ्तार नियंत्रित हो और एक साथ शहर में प्रवेश न हो। पहले भी इस प्रकार की शिकायते मिलती रही है। जिसके बाद पुलिस द्वारा थोड़ी सख्ती और समझाईश दी गई। लेकिन अगले कुछ दिनों में स्थिति जस की तस हो जाती है।
बता दे कि शहर के अर्जुनी चौक, रत्नाबांधा, बस्तर रोड आदि स्थानों से हाईवा वाहने रेत लोडिंग हेतु एंट्रीे करती है। अर्जुनी मोड से ज्यादातर वाहन सिहावा रोड होते हुए नहर नाका चौक से आगे बढ़ती है। रत्नाबांधा से प्रवेश कर रत्नाबांधा चौक, अम्बेडकर चौक, रुद्री रोड, गोकुलपुर, बिलाईमाता मंदिर नगरी रोड व रत्नाबांधा से घड़ी चौक, सिहावा चौक होते हुए नहर नाका चौक से आगे बढ़ती है। वहीं बस्तर रोड से कई वाहने सीधे रत्नाबांधा चौक, घड़ी चौक फिर सिहावा चौक से होकर हाईवा वाहने गुजरती है। इस प्रकार अधिकांश शहर का हिस्सा हाईवा वाहनो की जद में आ जाता है। इसलिए इन्हें नियंत्रित करना आवश्यक है।
”रात 10 बजे के बाद हाईवा प्रवेश होता है हाईवा वाहने कतारबद्ध व नियंत्रित स्पीड से प्रवेश करें इसलिए प्वांइट लगाए जाते है। दीपावली पर्व के मद्देनजर त्यौहारी भीड़ को देखते हुए हाईवा क्रमबद्ध न चले और रफ्तार कम हो इस ओर विशेष ध्यान दिया जायेगा। ÓÓ
मणीशंकर चन्द्रा
डीएसपी यातायात