सफलता की कहानी : ललिता ध्रुव ने स्वनिधि से समृद्धि तक का तय किया सफर
धमतरी। छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले अंतर्गत नगर पंचायत नगरी की निवासी ललिता ध्रुव ने अपनी कड़ी मेहनत से अपनी फोटो कॉपी की दुकान को सफलता की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। पहले उनकी दुकान पर केवल एक पुरानी फोटो कॉपी मशीन थी, जिससे उनकी आय सीमित थी। कोविड-19 महामारी और लॉकडाउन के दौरान उनकी आय का स्रोत लगभग समाप्त हो गया। परिवार की आर्थिक स्थिति खराब हो गई थी। ऐसे समय में प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना ने उन्हें आत्मनिर्भर बनने का नया अवसर प्रदान किया। ललिता ध्रुव ने नगर पंचायत नगरी कार्यालय के माध्यम से प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत आवेदन किया और उन्हें 10,000 का ऋण स्वीकृत हुआ। ललिता ध्रुव ने इस राशि से अपनी पुरानी फोटो कॉपी मशीन की मरम्मत कराई। इसके साथ उन्होंने कुछ अतिरिक्त स्टेशनरी आइटम, जैसे- पेन, नोटबुक, फाइल और प्रिंटिंग पेपर का स्टॉक खरीदा। पहला ऋण समय पर चुकाने के बाद रवि को 20,000 का दूसरा ऋण प्राप्त हुआ। उन्होंने इस राशि से एक नई मल्टी-फंक्शन प्रिंटर मशीन खरीदी, जो फोटो कॉपी, प्रिंटिंग और स्कैनिंग की सुविधा प्रदान करती है। दुकान में बिजली की बेहतर व्यवस्था और ग्राहकों के बैठने के लिए जगह बनाई। पहले ललिता ध्रुव की दैनिक आय 300-400 थी, जो अब 1,500-2,000 तक पहुंच गई है। अब वह अपने बच्चों की पढ़ाई और परिवार की जरूरतों को आसानी से पूरा कर पा रहे हैं। ललिता ध्रुव की यह सफलता कहानी दिखाती है कि कैसे स्वनिधि से समृद्धि अभियान छोटे व्यापारियों को आत्मनिर्भर बनाने में मदद कर रहा है। यह योजना छोटे व्यवसायों को वित्तीय सहायता देकर उन्हें अपने पैरों पर खड़ा करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम साबित हो रही है।