नगरीय निकाय चुनाव : कांग्रेस में पार्षद चुनाव के दावेदार टिकट पाने वरिष्ठ नेताओं से करने लगे है सम्पर्क
कांग्रेस जिलाध्यक्ष शरद लोहाना, विधायक ओंकार साहू, पूर्व विधायक व पीसीसी उपाध्यक्ष गुरुमुख सिंह होरा, पूर्व महापौर विजय देवांगन की प्रत्याशी चयन में हो सकती है महत्वपूर्ण भूमिका
आरक्षण प्रक्रिया के बाद कांग्रेस में चुनाव को लेकर बढ़ी सक्रियता, वार्डो से सामने आ रहे दावेदार
धमतरी। नगरीय निकाय चुनाव को लेकर शहर मे माहौल बनने लगा है। आरक्षण प्रक्रिया के पश्चात अब चुनाव लडऩे इच्छुक दावेदार खुलकर सक्रिय हो चुके है। ऐसे में प्रत्येक वार्ड से कई दावेदार कांग्रेस पार्टी से हो सकते है। इनमे से योग्य उम्मीदवार का चयन कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण होगा।
धमतरी नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस पार्टी से पार्षद पद के दावेदारो में से जीतने योग्य उम्मीदवार चयन सबसे महत्वपूर्ण होगा जिसमें धमतरी के वरिष्ठ नेताओं जिसमें कांग्रेस जिलाध्यक्ष शरद लोहाना, धमतरी विधायक ओंकार साहू, पूर्व विधायक व वर्तमान पीसीसी उपाध्यक्ष गुरुमुख सिंह होरा, पूर्व महापौर विजय देवांगन की महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है।
उक्त नेता शहर में कांग्रेस के अग्रिम पंक्ति के नेता माने जाते है। शरद लोहाना जिलाध्यक्ष है जिले के सभी नेताओं व कार्यकर्ताओं से उनका सीधा सम्पर्क है। वार्डो में दावेदारों की पकड़ व जनाधार को भलीभांति जानते है। ऐसे में इनकी पंसद प्रत्याशी चयन में महत्वपूर्ण रहेगा। ओंकार साहू धमतरी विधानसभा से विधायक है। लगातार क्षेत्रिय दौरे पर रहते है। ऐसे में प्रमुख जनप्रतिनिधि होने के नाते उनकी राय व पसंद को तवज्जों मिलना लाजिमी है। गुरुमुख सिंह होरा पूर्व में लगातार 10 सालों तक धमतरी विधानसभा के विधायक रहे है। वर्तमान में प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष है। उनका सम्पूर्ण जीवन कांग्रेस के प्रति समर्पित रहा है। पार्टी के कार्यकर्ताओं से उनका सम्पर्क हमेशा बना रहता है। ऐसे में वार्ड में योग्य उम्मीदवार का चयन में उनके अनुभव मायने रखता है। साथ ही उनकी पंसद को भी तवज्जो मिल सकता है। विजय देवांगन को धमतरी नगरीय निकाय के 138 सालों के इतिहास में पहली बार कांग्रेस का परचम लहराने व कांग्रेस के प्रथम महापौर होने का गौरव प्राप्त है। 5 सालों तक नगर निगम महापौर के रुप में शहर विकास को गति प्रदान करते रहे है। महापौर होने के नाते शहर में उनकी सक्रियता हमेशा बनी रही। वार्ड के कांग्रेस कार्यकर्ताओं व नेताओं से उनका सीधा सम्पर्क है। ऐसे में पूर्व महापौर भी पार्षद पद के उम्मीदवार चयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है। बता दे कि कई दावेदार वरिष्ठ नेताओं से पार्षद चुनाव हेतु टिकट पाने की उम्मीद में सम्पर्क करने लगे है। लेकिन यह तो समय ही बताये कि किसे पार्टी उम्मीदवार बनाती है।