मधुमेह को बीमारी नही जीवनसाथी माने – डॉ तरुण मिश्रा
समाजसेवी पं. राजेश शर्मा ने आयोजित की डाइबिटीज़ पर संगोष्ठी

धमतरी। धमतरी के समाजसेवी और भाजपा नेता पँ राजेश शर्मा द्वारा डाइबिटीज़ पर संगोष्ठी का आयोजन महालक्ष्मी ग्रीन्स स्थित राधाकृष्ण भवन में किया गया। जिसमें सेंट्रल इंडिया के जाने माने एमडी एंडोक्रिनोलॉजिस्ट डॉ तरुण मिश्रा ने बेहद मूल्यवान जानकारी सुझाव और इलाज के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बाद में लोगो के सवालों का भी एक एक कर जवाब दिया। डॉ तरुण मिश्रा ने बताया कि डाइबिटीज़ टाइप 1 और टाइप 2 प्रकार की होती है। टाइप 1 कम उम्र के बच्चों को होती है इसमे पेन्क्रियास ग्रंथि इन्सुलिन नही बना पाता और शरीर के बीटा सेल्स खराब हो जाते है, ये रोग किसी वायरस के अटैक के कारण हो सकता है और टाइप 2 में ये रोग ज्यादातर तनाव या अनुवांशिक रूप से ज्यादा होता है। डॉ मिश्रा ने जोर देकर कहा कि असंतुलित खानपान और जीवनशैली के कारण हिबये रोग होता है। डॉ मिश्रा ने कहा कि हमारी थाली में 50 फीसदी फाइबर, 25 फीसदी फैट और 25 फीसदी प्रोटीन होना चाहिए लेकिन, लोग इसके उलट फाइबर बेहद कम लेते है। शारीरिक श्रम व्यायाम से भी शुगर को कंट्रोल किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि शुगर को बीमारी नही बल्कि जीवन साथी कहा जाना चाहिए, और वैसा ही उसका खयाल रखना चाहिए। डॉ तरुण मिश्रा ने पँ राजेश शर्मा की इस पहल की बेहद सराहना की और कहा कि समाज को पँ राजेश जैसे लोगो की ही जरूरत है, क्योंकि डाइबिटीज को लेकर कई भ्रांतियां भी है इस कारण लोगो को सही जानकारी का होना बेहद जरूरी है। संगोष्ठी के आयोजक पँ राजेश शर्मा ने कहा कि, आज के दौर में डाइबिटीज़ डरावना रूप लेता जा रहा है इससे बचने के लिए सभी को सही जानकारी होना जरूरी है इसी कारण इस बीमारी के सबसे अच्छे डॉक्टर द्वारा धमतरी वालो को एजुकेट करने का प्रयास किया गया है। पँ राजेश शर्मा ने डॉ तरुण मिश्रा का आभार जताया।
