छत्तीसगढ़ी खेलों से गांव गुलजार, अपनत्व की जागी भावना- आनंद
तेलिनसत्ती व अंगारा में राजीव युवा मितान क्लब द्वारा छतीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजन
आनंद पवार फैन्स की टीशर्ट युवाओं को किया गया वितरित
धमतरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सोच के अनुसार गांव-गांव में छत्तीसगढ़ी ओलंपिक का आयोजन हो रहा, इससे गांव गुलजार हो गए है। ग्रामीणों में अपनत्व की भावना जाग रही है। खेल में टीम वर्क का खास महत्व रहता है, इससे आपसी एकता और भाईचारा मजबूत होता है। उक्त बातें कांग्रेस के युवा नेता आनंद पवार ने ग्राम अंगारा व तेलिनसत्ती में आयोजित कार्यक्रम में कही। दोनो गांवों में राजीव युवा मितान क्लब द्वारा छत्तीसगढ़ी ओलंपिक का आयोजन किया गया, जहां बच्चों से लेकर बड़ो ने 16 प्रकार के खेलों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। युवाओं को आनंद पवार फैन्स की टीशर्ट का वितरण किया गया। मुख्य अतिथि आनंद पवार ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति अत्यंत आकर्षक है। विषय जब लोक संस्कृति का हो तो यहां की विशिष्ट विधाओं में से एक हैं पारम्परिक खेल है। पारंपरिक खेल लोक रंजन के मुख्य साधन होते हैं। लोकरंजन की परिकल्पनाओं को साकार करने और पुरानी खेल परंपराओं को सहेजने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेल का आयोजन शुरू किया। पारम्परिक खेल वह खेल हैं, जिसे हम अपने पूर्वजों के जमाने से खेलते आ रहे हैं। खेल की परम्परा हज़ारों वर्ष पुरानी होती है, जिसके न जन्मदाता का पता होता है और न जन्मभूमि का। खेल किसी भी पुरस्कार या उपलब्धि की चाह के बिना मात्र खिलाड़ियों के मनोरंजन हेतु खेलते-खेलते एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में हस्तांतरित होते रहे हैं, जिसके लिए न खिलाड़ी शब्द अनिवार्य होता है और न ही प्रशिक्षण। ये खेल सैकड़ों, हज़ारों वर्षों से मानव समाज में पीढ़ी दर पीढ़ी विकास करते आ रहे हैं। इन खेलों में न विशेष नियम होते हैं न विशेष शर्तें। इन्हें हम जन-जन का खेल या ग्रामीण खेल भी कहते हैं। जन साधारण द्वारा सहज रूप से खेले जाने के कारण इनमें सामग्री तथा खिलाड़ियों की संख्या सुनियोजित न होकर त्वरित उपलब्धि के आधार पर तय होती है। लोक खेलों में स्वस्थ मनोरंजन की अनुभूति खिलाड़ियों का लक्ष्य होती है। पारम्परिक खेल लुप्त होने की कगार पर पहुंच गए थे जिन्हें सहेजने का काम सीएम भूपेश बघेल ने किया है, यह खेल हमारे शारीरिक, मानसिक एंव आध्यात्मिक विकास के लिए जरूरी है। खेल से हमारा जुड़ाव मिट्टी से बना रहता है जो कि स्वस्थ्य शरीर के लिए बेहद जरूरी है। अंगारा में आयोजित कार्यक्रम में सरपंच ओमबाई साहू, उपसरपंच भेवेंद्र साहू, गेंदलाल गंगबेर, दुरपत साहू, भीमसेन साहू, घनश्याम साहू, दिनेश तथा तेलिनसत्ती के कार्यक्रम में मोहन जांगड़े, योगेश साहू, सत्यम सिन्हा, प्रताप कुताते, गजेन्द्र मरकाम उपस्थित थे। वहीं आनंद पवार के साथ जिला कांग्रेस सचिव विक्रांत पवार, विधासभा युंकाअध्यक्ष हितेश गंगवीर, विक्की चौहान ने शिरकत की।