विदेश

दशकों खिंच सकती है यूक्रेन से जंग, पश्चिमी देश जल्द हट जाएंगे पीछे; रूस के पूर्व राष्ट्रपति ने भरी हुंकार…

पूर्व रूसी राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने रूस-यूक्रेन युद्ध के दशकों तक खिंचने की आशंका जताई है।

उन्होंने रविवार को कहा कि यह लड़ाई मॉस्को के लिए अस्तित्व का संघर्ष बन गई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मेदवेदेव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि रूस को यूक्रेन को नष्ट करना चाहिए।

मॉस्को को इसे पूरी तरह से नष्ट कर देना चाहिए जो कि मूल रूप से आतंकी राज्य है। यह भी सुनिश्चित होना चाहिए कि यह गंदगी दोबारा कभी न फैले।’

मालूम हो कि दिमित्री मेदवेदेव फिलहाल रूसी सुरक्षा परिषद के उपाध्यक्ष हैं। उन्होंने लिखा, ‘यह लड़ाई वर्षों तक चले या दशकों तक, चलती है तो चलती रहे।

हमारे पास कोई और विकल्प ही नहीं है क्योंकि या तो हम उनके राजनीतिक गठजोड़ को खत्म कर देंगे या फिर पश्चिमी देश रूस को टुकड़ों में बांट देंगे। अगर ऐसा हुआ तो यह हमारे साथ ही खत्म हो जाएगा। मगर, ऐसा कोई चाहता नहीं है।’ 

‘दुश्मन देश की स्टेट मशीनरी को पूरी तरह करेंगे नष्ट’ 
दिमित्री मेदवेदेव ने कहा कि इस स्थिति में एकमात्र तरीका दुश्मन देश की राज्य मशीनरी को पूरी तरह से नष्ट कर देना है। यह भविष्य के लिए वफादारी की पूर्ण गारंटी होगी।

उन्हें केवल रूस का सभी चीजों पर नियंत्रण ही देखने को मिलने वाला है जो कि पूर्व बैंडेराइट के क्षेत्रों में हो रहा है और यही होगा। हम यह टारगेट हासिल कर लेंगे।’

उन्होंने कहा कि पश्चिमी देशों का समर्थन हट जाएगा। पश्चिम देशों को लेकर चल रही शत्रुता का यह अजीब युद्ध है और इसके लिए उनका समर्थन हमेशा नहीं रहने वाला है। संघर्ष को लेकर इस तरह के अप्रोच से पश्चिम निश्चित रूप से पराजित होगा।

मेदवेदेव ने बताई पश्चिम का समर्थन हटने की वजह
पूर्व राष्ट्रपति मेदवेदेव ने पश्चिमी देशों को लेकर कहा, ‘उनके लिए यह अनजाना सा युद्ध है जिसमें वे लोग मर रहे हैं जो उनकी खातिर अजनबी हैं। और, उन्हें इनके लिए खेद भी नहीं है। पश्चिमी देश कभी भी उस बिंदु से आगे नहीं बढ़ेंग जब उनके अपने हितों को नुकसान पहुंचेगा।’ उन्होंने कहा कि यूक्रेन के लिए पश्चिमी समर्थन आखिरकार समाप्त हो जाएगा, क्योंकि किसी और का युद्ध देर-सबेर उबाऊ, महंगा और अप्रासंगिक हो जाता है।

रूसी-यूक्रेनी सैनिकों के एक-दूसरे पर हमले जारी
वहीं, रूसी सेना का कहना है कि निप्रो नदी पार करने की कोशिश कर रहे करीब 150 यूक्रेनी सैनिकों को मार गिराया गया। अमेरिका से इजाजत मिलने के बाद यूक्रेन को अब नीदरलैंड और डेनमार्क भी एफ-16 लड़ाकू विमान देने वाले हैं। 

इस घोषणा के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि यह देश की सेनाओं का उत्साह बढ़ाने के लिए अहम घोषणा है।

इससे रूस का मुकाबला करने में मदद मिलेगी। नए लड़ाकू विमान देने की पेशकश यूक्रेन के सिनेमाघर पर रूस के मिसाइल हमले के एक दिन बाद की गई है।

यूक्रेन में रूस के हमले से उत्तरी शहर चेर्नीहीव में 6 साल की बच्ची सहित 7 लोग मारे गए थे और लगभग 150 अन्य घायल हुए हैं। जेलेंस्की ने हमले का बदला लेने की कसम खाई थी।

News Desk

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