स्वास्थ्य कर्मियों के निलंबन और एफआईआर कराने पर फेडरेशन जताया आक्रोश,मांगो को पूरा करने डिप्टी कलेक्टर को सौंपा गया मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन
धमतरी. स्वास्थ्य कर्मचारी पिछले 15 दिनो से अपनी 5 सुत्रीय मांगो को लेकर राज्य शासन के खिलाफ हड़ताल आंदोलन कर रहें हैं । निलंबन एवं एफआईआर तथा एस्मा लगने से स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी अधिकारी अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। वैश्विक महामारी के इस दौर मे जिनको भगवान का दर्जा दिया गया, आज उन्हीं भगवानों के नौकरी से निकालने, एफआईआर करने का आदेश कहीं न कहीं राज्य शासन के नीतियों पर सवाल उठाता है। कोरोना काल मे मुख्यमंत्री वेतनवृद्धि एवं कोरोना भत्ता की बात कही थी। मगर आज तक किसी भी अधिकारी कर्मचारी को कुछ नही मिला जो कि राज्य शासन कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी के प्रति उदासीन रवैया को दर्शाता है। आज स्वास्थ्य फेडरेशन के बैनर तले जिसमें डॉक्टर, स्टाफ नर्सेस, ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक कुल मिलाकर लगभग 40 हजार स्वास्थ्य कर्मियों मे अपने मांगो के सबंध मे लामबंद हुए । मगर शासन कि हिटलरशाही फरमान एस्मा का हवाला देकर कुल 19 जिला से 3251 अधिकारी कर्मचारी को सेवा से पृथक कर दिया है जो कि घोर निंदनीय है। और इसी के विरोध मे आज पुरे प्रदेश मे कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के बैनर तले जिला कलेक्टर एवं एस डी एम को ज्ञापन सौंपा गया।
जिला प्रवक्ता खुमान सिंह ठाकुर ने राज्य शासन के इस निर्णय को अमानवीय कृत्य बताया है साथ ही मुख्यमंत्री से निवेदन किया है कि मानव स्वास्थ्य की रक्षा करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों ने जोखिम भरे कोरोना काल में भी अपना दायित्व भरपूर निष्ठा से पूर्ण किया। उन्हें उनकी जायज मांगों को अतिशीघ्र पूर्ण कर हड़ताल समाप्ति कराने की निशर्त व ससम्मान व्यवस्था शासन करे।छ0ग0 कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन जिला धमतरी के जिला संयोजक मुकेश पाण्डेय ने कहा कि छगशासन अपनी हठधर्मिता को त्याग कर जल्द से जल्द स्वास्थ्य कर्मियों कि मांगो को पूरा करें। आज छग कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों सहित कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर डिप्टी कलेक्टर दिव्या पोटाई को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से दीपचंद भारती, लक्ष्मण राव मगर, एन.आर.टण्डन, दयालु राम साहू, मनोज टण्डन (ब्लाक संयोजक कुरूद), पुरूषोत्तम निषाद (ब्लाक संयोजक भखारा) राजेन्द्र चन्द्राकर, चन्दूलाल चन्द्राकर, नवीन चन्द्राकर, संजय चन्द्राकर, डी.एन. साहू, एच.एल.पनिका, महेन्द्र कुमार साहू, संतोष दीवान, एन.के. साहू, लकेश्वर साहू, रोहित साहू, रमशीला साहू, अंजू साहू, रीता लाल, गायत्री साहू, लोकेश्वरी साहू, निर्मला रामटेके, कुमारी धु््रव, गजेन्द्र साहू, वेदप्रकाश साहू, वीरेन्द्र साहू, गणेशिसा संभाकर, मुकेश साहू, प्रेम साहू, चन्द्रहास साहू, हरिशंकर साहू, आनंद प्रसाद साहू, चन्द्रशेखर साहू, अनमोल रत्न पाईक, योगेश लूनिया, दिनेश सोनकर, हिरेन्द्र साहू, वैभव रणसिंह, जीवन दास मानिकपुरी, देवाराम मरकाम आदि उपस्थित रहे।