गुरु बालकदास जयंती में जय सतनाम के नारों से गूंजा गांव
ग्राम हरफतराई में बलिदानी राजा गुरू बालक दास की मनाई गई जयंती
धमतरी. ग्राम हरफतराई में बलिदानी राजा गुरू बालक दास की जयंती मनाई गई. गुरु घासीदास बाबा के द्वितीय पुत्र गुरु बालकदास एक स्वाभिमानी और स्वालंबी व्यक्ति थे.जिन्होने सतनामी समाज के माध्यम से सतनाम रावटी चला कर मानव मानव एक समान का संदेश देते हुऐ,सतनाम का प्रचार पूरे छत्तीसगढ़ में किये l जिन्होंने जमीदारी प्रथा का अंत किया समाज में शिक्षा और रोजगार को बढ़ावा दिया l उनके जनहित के कार्यों को देखते हुऐ अंग्रेज शासन द्वारा उन्हें राजा की उपाधि से नवाजा गया और उन्हें अपने साथ हथियार रखने का भी अधिकार दिया गया l ऐसे महान शख्सियत जिनकी जयंती और उनके शहादत दिवस को सतनामी समाज बहुत ही हर्ष और उल्लास के साथ मनाता है जय सतनाम के अभिवादन के साथ कार्यक्रम का संचालन विनोद डिंडोलकर ने किया l
इस कार्यक्रम में मुख्य रुप से सतनामी समाज पूर्व अध्यक्ष आर पी संभाकार, भागबली जोशी संकुल समन्वयक, युवा प्रमुख कोमल संभकार,जन्मजय महिलागे, मोहन जांगड़े, गजेंद्र जोशी,रवि बंजारे, नवीन मारकंडे, भगवान दास बेर, हरी राम बंजारे, चंद्रप्रकाश पाटले, किशन डिंडोलकर, धरम दास चंदेल, सरपंच नरेंद्र साहू जी,लोकेश गायकवाड, गोविंदा जोशी, सत्यजीत पाटले,बुधराम टंडन,अजय डहरिया, कुशल डिंडोलकर, अनिल कुर्रे, ताकेश बघेल,,तेजराम योगेश डहरिया, ठाकुर राम बंजारे, देवेंद्र, डायमंड, भूषण, डेविड डिंडोलकर, देवेंद्र मनोगरे, टिकेश,लछेंद्र कुर्रे, विकास साहू,तेमन बांधे,तामेश बंजारे, भूपेंद्र भारती, योगेश बांधे, कुंदन टंडन और आस पास के सामाजिक ग्रामीण जन के साथ जैत खाम में पूजा अर्चना व प्रसादी भी वितरण किया गया इसमें बहुत संख्या में समाज जन उपस्थित थे।