भगवान राम के वनगमन की कथा सुन भावुक हुए श्रद्धालु
गौशाला मैदान में पूज्या प्राची देवी ने राम वनवास और भरत मिलाप के प्रसंग का दिया मार्मिक प्रवचन
धमतरी। श्री राष्ट्रीय गौशाला मैदान में माधव भैय्या जी राव पवार परिवार द्वारा आयोजित श्रीराम कथा के 6वें दिन शुक्रवार को पूज्या प्राची देवी ने राम वनवास और भरत मिलाप के प्रसंग का मार्मिक प्रवचन दिया. अयोध्या में राम के राजतिलक की तैयारी, कैकेयी के कोप भवन में प्रवेश, राजा दशरथ की मनुहार में तीन वरदान देते हुए श्रीराम को वनवास की आज्ञा देना, सीता, लक्ष्मण सहित राम का वन गमन और चित्रकूट में भरत मिलाप के प्रसंग के माध्यम से रामायणकालीन पारिवारिक, सामाजिक व राजनीतिक मूल्यों को बताया। राम, सीता और लक्ष्मण जंगल जाने से पहले पिता का आशीर्वाद लेने गए. महाराज दशरथ दर्द से कराह रहे थे. तीनों रानियां वहीं थीं. मंत्री आसपास थे. मंत्री रानी कैकेयी को अब भी समझा रहे थे.
ज्ञान, दर्शन, नीति-रीति, परंपरा सबका हवाला दिया. कैकेयी अड़ी रहीं. राम ने कहा राज्य का लोभ नहीं है.जैसे ही राम महल से निकले माता कौशल्या को कैकेयी भवन का विवरण दिया और अपना निर्णय सुनाया. कथा सुनने माधव भैय्या जी राव, करुणा पवार, रीतुराज पवार, आनंद पवार, राहुल पवार, संजीव वाहिले, देवेन्द्र मिश्रा, दुल्ली चंद खंडेलवाल, नवल किशोर अग्रवाल, राजू छाबड़ा, शरद रणसिंग, राघो राव रणसिंग, अर्जुन घाटगे, निक्की शर्मा, प्रताप कृदत्त, रामभुवन कुशवाहा, दीपक राय, महेंद्र बाबर, आशीष साहेब, प्रदीप सावंत, शिव, शर्मा, बृजेश जगताप, महेंद्र बाबर, बलवंत राव शिंदे, विनोद लोंढे, अशोक कावड़े, दीपक लोंढे, महेंद्र गायकवाड़, रविन्द्र राव माने, विनोद रणसिंग, तुषार जैश,चांपा से अशोक तिवारी, राजू देवांगन, राजेश पांडेय, दिलीप पटेल समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु की उपस्थिति रही.