विकास के बड़े बड़े दावे करने वाले कांग्रेसी अपने घरो प्रतिष्ठानों के सामने सड़क के गढ्ढो को भी नहीं भरवा पा रहे हैं -विजय मोटवानी
निक्कमी भूपेश सरकार के पास सड़को की दशा सुधारने के लिए भी नहीं है पैसे
शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रो की सड़के हुई पूरी तरह खराब, आवागमन हुआ खतरनाक
धमतरी.. पूर्व भाजयुमो जिलाध्यक्ष व आमापारा वार्ड पार्षद विजय मोटवानी ने कहा कि धमतरी में शहर सहित ग्रामीण सड़को की स्थिति बद से बदतर हो गई है। सड़को पर चलना खतरों से खेलने के समान हो गया है। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और यंहा के कांग्रेसियो द्वारा विकास के बड़े बड़े दावे किये जाते हैं लेकिन सड़को की जर्जर स्थिति उनके दावों की हकीकत बया कर रही है.ऐसे कई कांग्रेसी नेता है जिनके घरो प्रतिष्ठानों के बाहर सड़के इतनी ख़राब हो चुकी है कि उनपर चलना मुश्किल हो गया है कांग्रेसी अपने घरो के बाहर के गढ्ढो को भरवा नहीं पा रही है इससे स्पष्ट होता है कि कांग्रेस सरकार कितनी निक्कमी है.जनता व भाजपा द्वारा लगातार सड़को की दशा सुधरवाने मांग व आंदोलन कर रही है लेकिन भूपेश सरकार की कुम्भकर्णीय नींद है कि टूटने का नाम नहीं ले रही है.ऐसे में कांग्रेस नेताओ को अपने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलना चाहिए लेकिन कांग्रेस नेता अपना राजनीतिक हित देखते हुए धमतरी की जनता की परेशानी को नजरअंदाज कर रही है.ऐसे में आने वाले चुनाव में जिस प्रकार धमतरी की सड़के जर्जर है उसी प्रकार धमतरी की जनता कांग्रेस की हालत जर्जर करेगी.विजय मोटवानी ने आगे कहा कि शहर की मुख्य सड़के गढ्ढो में तब्दील हो गई है आये दिन हादसे हो रहे हैं. सिहावा कोलियारी रोड की स्थिति भी ऐसी ही है। ऐसे में राज्य सरकार की निष्क्रियता का दुष्परिणाम जनता भुगत रही है। सड़के आवागमन के लायक नहीं रह गया है। सिहावा रोड स्टेट हाईवे है। यह मार्ग नगरी-सिहावा व उड़ीसा को धमतरी से जोड़ता है। उक्त मार्ग पर दिन भर छोटी बड़ी हजारों वाहनों का आवाजाही होता है जिससे ट्रैफिक का दबाव हमेशा बना रहता है। ऐसे ही शहर के मुख्य मार्गो पर मुरुम डालकर खानापूर्ति का प्रयास किया गया.मार्ग में अब चलना खतरों से खेलने के समान हो गया है। लेकिन मजबूरन लोगो को जान हथेली में लेकर आवागमन करना पड़ता है।शहर सहित ग्रामीण रोड में 24 घंटे भारी वाहनों का आवागमन होता है। सड़के सालों से जर्जर है। सड़को में जगह-जगह गड्ढे बन चुके है। हल्की बारिश में भी सड़क कीचड़ में तब्दील हो जाता है। और यदि बारिश न हो तो मार्ग धूल से सराबोर रहता है। इस जर्जर सड़क में भी भारी वाहनों की रफ्तार कम नहीं होती और काल बनकर सड़क पर दौड़ती है। जिससे आए दिन हादसे होते रहते है। रेत भरी व भारी ओवरलोड वाहने सरपट दौड़ रही है। सरकार के पास सड़को की दशा सुधारने के लिए भी पैसे नहीं है.भूपेश सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है.जनता इस सरकार से त्रस्त हो चुकी है इसलिये भाजपा की परिवर्तन यात्रा को भरपूर समर्थन दे रही है.आने वाले चुनाव में इस निक्कमी भूपेश सरकार को जड़ से उखड फेकेंगी.