धार्मिक कथाओं को सुना कर आस्था और विश्वास को और बढ़ाते हैं मानस मंडलियां – रंजना साहू
श्रीराम जय राम, जय जय राम शब्द मानव जीवन का आधार : दयाराम साहू
धार्मिक कथा अनंत है जो कि हमारे जीवन का सार है : गीतेश्वरी साहू
ग्राम दर्री में आयोजित अखंड रामधुनी कार्यक्रम में शामिल हुई विधायक
धमतरी। ग्राम दर्री में समस्त ग्रामवासियों के सहयोग से विगत कई वर्षों से अखंड रामधुनी कार्यक्रम का आयोजन पितृ पक्ष में करते आ रहे हैं, इस अवसर पर रामधुनी कार्यक्रम के अंतिम दिवस पर विधायक रंजना डीपेंद्र साहू शामिल हुई एवं अखंड राम नाम जाप करने वाले रामायणी का अभिनंदन किया एवं अखिल ब्रह्मांड के नायक भगवान श्री रामचंद्र जी की पूजा अर्चना कर समस्त क्षेत्र की खुशहाली की कामना की। ग्राम पंचायत सरपंच गीतेश्वरी साहू एवं ग्राम शवासियों ने विधायक का पुष्प गुच्छ भेंट कर सम्मान किया। विधायक रंजना साहू ने कहा कि धार्मिक कथाओं का कभी समापन नहीं होता है बल्कि विराम होता है, धर्म हमारी आस्था से जुड़ी हुई है और अनेक मानस मंडलियों के माध्यम से धार्मिक कथाओं को सुना कर धर्म प्रेमियों के आस्था और विश्वास को और अधिक बढ़ाते हैं। ग्राम दर्री में विगत कई वर्षों से रामधुनी कार्यक्रम आयोजित हो रही है जो की सराहनीय है। ग्रामीण वरिष्ठ एवं महामंत्री प्रदेश साहू संघ छ. ग. दयाराम साहू ने बताया कि जय श्री राम, जय राम, जय जय राम हमारी सनातन परंपरा संस्कृति और आस्था का केंद्र बिंदु है, एक ओर जहां जय श्री राम अभिवादन है तो वही दूसरी ओर हमारे मानव जीवन के आराध्य प्रभु है। ग्राम पंचायत के सरपंच गीतेश्वरी निरंजन साहू ने मंच में संबोधित करते हुए कहा कि धार्मिक कथा अनंत है जो कि हमारे जीवन का सार है, और हमें धार्मिक आयोजन निरंतर करते रहना चाहिए और धार्मिक आयोजन में यथा योग्य सहयोग ग्रामवासियों का मिला जिसके लिए सह्दय धन्यवाद् ज्ञापित किए।
विधायक रंजना साहू छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू समाज महामंत्री दयाराम साहू ने रामधुनी प्रतियोगिता में स्थान हासिल किया मंडलियों को पुरस्कार वितरण किए। इस त्रिदिवसीय संगीतमय रामघुनी प्रतियोगिता के पुरूस्कार वितरण के अवसर पर जनपद सदस्य, जागेश्वरी राकेश साहू, लेखराज सिन्हा, विजय साहेब, लता अवनेन्द्र साहू, पूर्व सरपंच कुलेश्वर साहू, उप सरपंच शेखन साहू, तोरण गंजीर, ग्राम विकास समिति के अघ्यक्ष रामदयाल साहू, सचिव नेतराम चक्रधारी, उपाध्याय दौलत साहू, संरक्षक शिवकुमार साहू, पंडित ललित शुक्ला, खुमान साहू, टोपेश्वर साहू, टेकाराम पाड़े, कांशीराम साहू, चोखेलाल साहू, मनोहर चक्रधारी, तुलेश्वर साहू, ललीत साहू, बिशू चक्रधारी, क्षेत्रपाल साहू, प्रभूलाल साहू, कार्तिक साहू, जोगेश्वर साहू, ईश्वरीय साहू, खिलेश्वर साहू, योगेश केशरिया एवं बहुत सारे बडी संख्या में ग्रामीण जन उपस्थित रहे।