विश्वकर्मा योजना से OBC साधेगी भाजपा, जेपी नड्डा-अमित शाह ने 5 राज्यों के लिए बनाया प्लान…
पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों की घोषणा के साथ ही भाजपा की प्रचार रणनीति में भी तेजी आ गई है।
लाभार्थी और महिलाओं को लेकर किए गए बड़े फैसलों के साथ पार्टी विश्वकर्मा योजना को लेकर भी लक्षित वर्ग तक पहुंचेगी और उन्हें बताएगी कि सरकार उनके उन्नयन के लिए किस तरह से काम कर रही है।
चूंकि, इस वर्ग में अधिकांश लोग ओबीसी समुदाय से आते हैं, जिसके जरिए पार्टी इस वर्ग में अपनी पैठ मजबूत करने की कोशिश करेगी।
जब चुनाव आयोग सोमवार को पांच राज्यों के लिए विधानसभा चुनावों की घोषणा कर रहा था, उसी समय भाजपा मुख्यालय में विश्वकर्मा योजना के क्रियान्वन, निगरानी और लोगों तक इसे पहुंचाने को लेकर अहम बैठक चल रही थी।
इसमें भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह के साथ पार्टी के प्रमुख नेता व राज्यों के चुनिंदा नेता शामिल रहे।
25 सदस्यीय समिति बनाने का फैसला
सूत्रों के अनुसार, बैठक में पार्टी ने इस योजना को जनता तक पहुंचाने के लिए 25 सदस्यीय समिति बनाने का फैसला किया है। इससे जुड़े नेता हर राज्य का प्रवास कर लोगों तक योजना को पहुंचाएंगे।
भाजपा का ओबीसी मोर्चा इसमें अहम भूमिका में रहेगा। जिन जातियों को इस योजना का लाभ मिलना है, उन जातियों के बीच जाकर छोटे-छोटे सम्मलेन करेंगे, उसके माध्यम से लोगों को विश्वकर्मा योजना की जानकारी दी जाएगी और विश्वकर्मा योजना से लोगों को जोड़ने का काम करेंगे।
भाजपा नेता 20 अक्तूबर से पहले विश्वकर्मा समाज के बीच पहुंचेंगे
सूत्रों के अनुसार, जिन नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है, वह 20 अक्टूबर से पहले विश्वकर्मा समाज के बीच पहुंचेंगे और योजना को लेकर चर्चा करेंगे।
केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा के साथ मानवेंद्र सिंह को उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी दी गई है। उत्तर प्रदेश से विधायक श्रीकांत शर्मा को राजस्थान और समीर मोहंती के साथ प्रतापगढ़ से सांसद संगम लाल गुप्ता को उड़ीसा की जिम्मेदारी दी गई है।
उत्तराखंड में धनसिंह रावत और राकेश गिरी (उत्तराखंड भाजपा ओबीसी मोर्चा) को जिम्मेदारी दी गई है।
विपक्ष की रणनीति का एक बड़ा हिस्सा ओबीसी की राजनीति का है। जातीय जनगणना की मांग इसी से जुड़ा मुद्दा है। ऐसे में भाजपा भी ओबीसी समुदाय में सक्रिय है।
सूत्रों के अनुसार, भाजपा नेता विश्वकर्मा योजना के तहत आने वाले विभिन्न वर्गों तक पहुंच कर उनको बताएगी कि जहां विपक्ष केवल वोट बैंक की राजनीति के लिए उनका उपयोग कर रहा है, वहीं भाजपा की सरकार उनके विकास के लिए काम कर रही है।