देवी-देवताओं के सम्मान में हटकेशर वार्ड में हुआ मड़ाई मेले का आयोजन
पारंपरिक धुन पर देवी-देवता सवार बैगा पहुंचे मंडई में, लोगों ने लिया आशीर्वाद
आधुनिकता के दौर में धमतरी शहर के हटकेशर में अनवरत जारी है मंडई की परम्परा
धमतरी. आधुनिकता के इस दौर में शहरी क्षेत्र में कई परम्पराएँ विलुप्त होने लगी है। लेकिन इन सबके बीच शहर के कुछ वार्डवासियों ने वार्डो में आज भी मंडई की परम्परा का जीवित रखा है। इस कड़ी में कल धमतरी शहर अन्तर्गत हटकेशर वार्ड में मंडई का आयोजन किया गया। गंगरेल स्थित वनदेवी माता अंगारमोती मड़ाई के साथ जिले में मड़ाई मेला का दौर शुरू हो गया है। मड़ाई मेला ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्रों में ही आयोजन होता है, लेकिन शहर के कुछ वार्डों में मड़ाई मेला आयोजन की परंपरा आज भी कायम है। कुछ इसी तरह की परंपरा का निर्वहन हटकेशर वार्डवासी आज भी बखूबी करते आ रहे है।
वार्ड के लखन साहू, कामदेव ठाकुर, प्रेम साहू, सालिक पटेल, ईश्वर पटेल, नरेश साहू, भागीरथी नेताम ने बताया कि एक जमाने में हटकेशर में भी ग्रामीण क्षेत्र जैसा परिवेश था। बुजुर्गों द्वारा यहां मड़ाई मेला आयोजन की शुरूआत की गई थी। इसका निर्वहन आज तक परंपरा को कायम रख किया जा रहा है। इसमें वार्डवासी के अलावा आसपास के वार्डवासियों का भी अहम योगदान होता है। वार्ड में स्थित मां अंगारमोती मंदिर एवं शीतला मंदिर सहित अन्य देवी-देवताओं के सम्मान में शुक्रवार को मड़ाई मेला का आयोजन किया गया। इसमें मड़ाई एवं पारंपरिक धुन पर देवी-देवता सवार बैगा लोगों में आकर्षण का केन्द्र बने रहे। साथ ही मड़ाई की अगुवाई करते यदूवंशी भी झूमते नजर आये। ज्ञात हो कि हटकेशर वार्ड के अलावा सोरिद, जोधापुर, बठेना वार्ड, गोकुलपुर वार्ड, नवागांव वार्ड सहित अन्य वार्ड शामिल है। जहां मड़ाई मेला का आयोजन होता है।
रात्रि में मनोरंजन के लिए ग्राम कचांदूर के छत्तीसगढ़ी नाचा कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर खेमलाल साहू, हेमलाल, हेमंत नेताम, मनोज यादव, बृज यादव, ईश्वर पटेल, राधे पटेल, सहित बड़ी संख्या में वार्डवासी मौजूद थे।