गुरूनानक जयंती पर गुरुद्वारे में हुआ शबद कीर्तन, लंगर, प्रसादी व सेवा कार्य
मूलचंद सिन्हा
कुरुद। सिख समाज के संस्थापक गुरुनानक देव जी की 554वीं जयंती सिंधी भवन कुरूद में हर्षोल्लास से मनाया गया। जहाँ पिछले दिनों प्रभात फेरी के माध्यम से घर घर भगवान की सवारी ले जाकर धर्मजागृति का कार्य समाजजनों द्वारा किया गया। वहीं जयंती दिवस पर गुरुद्वारे में शबद कीर्तन लंगर प्रसादी एवं सेवा कार्य हुआ। सिंधी समाज प्रमुख राजकुमार चैनवानी, कुशल सुखरामनी ने बताया कि गुरूनानक जयंती पूरे मानव समाज का प्रकाश पर्व है। गुरूनानक जी ने संदेश दिया कि पूरे संपूर्ण जगत का स्वामी एक हैं, सभी उसी के बंदे हैं। सिख पंथ की सबसे बड़ी विशेषता है सेवा। सिख समाज पूरे विश्व में सेवा कार्यों के नाम से जाना जाता है।
गुरुनानक जी के जीवन से मिली प्रत्येक शिक्षा को हम सब आत्मसात करते हुए मानव सेवा करें। वहीं इस अवसर पर गुरुनानक जी की भव्य शोभायात्रा निकाली गई। उक्त अवसर पर समाज के राजकुमार चैनवानी, कुशल सुखरामनी, अनिल बजाज, राजेश चैनवानी, संजय चैनवानी, दीपक बजाज, प्रकाश चैनवानी, नरेश बजाज, महेंद्र चैनवानी, मनोहर लाल मोटवानी, प्रकाश शादिजा, रवि बजाज, संतोष मोटवानी, दिनेश आसरानी, संजय मोटवानी, विनोद आसरानी, मनोहर सुंदरानी, मुकेश नागवानी, आकाश रमानी, आशीष शादीजा, कन्हैया नवलानी, मुरलीधर बजाज, मोहन सुखरामणि, सुमन बजाज, अल्का बजाज, भारती सुंदरानी, गरिमा, कीर्ति, स्वाति, मधु बजाज, पूर्वी, कशिश, अनिता, सोनल, कनक बजाज सहित बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित रहे।