दुग्ध महासंघ अध्यक्ष विपिन साहू ने दिया इस्तीफा
अध्यक्ष पद रहकर किया दुग्ध संघ का विकास, संघ को उबारा घाटे से
दुध के बढ़ाए दाम, उत्पादो को पहुंचाया जन-जन तक, करोड़ो के प्लांट निर्माण सहित कई उपलब्धियां दर्ज है खाते में
धमतरी। छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी दुग्ध महासंघ के अध्यक्ष के रुप में विपिन साहू लगभग दो साल से अधिक समय तक पद पर रहे। चूंकि प्रदेश में सत्ता परिर्वतन हो चुका है ऐसे में अध्यक्ष विपिन साहू द्वारा शपथ ग्रहण के पूर्व ही अपने पद से इस्तीफा दिया। जिसे स्वीकृत कर लिया गया है। बता दे कि विपिन साहू ने इस मौके पर चर्चा के दौरान कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें यह बड़ी जिम्मेदारी जिस विश्वास के साथ सौंपा था उस पर खरा उतरने पूरी ईमानदारी व निष्ठा से प्रयास किया। उनके मार्गदर्शन को संघ को तरक्की के मार्ग पर अग्रसर किया जिससे आज संघ की स्थिति मजबूत हुई है। उन्हें आगे कहा कि अब विपक्ष में रहकर जनता के हितों के लिए लड़ाई लड़ेंगे। कांग्रेस संगठन जो जिम्मेदारी सौंपेगी उसका निष्ठा पूर्वक निर्वहन करेंगे। एकजुटता से संगठन को मजबूती प्रदान करने प्रतिबद्ध है। ज्ञात हो कि श्री साहू द्वारा दुग्ध महासंघ का अध्यक्ष बनने के बाद लगातार प्रदेश के दुग्ध शीत केन्द्रो का औचक निरीक्षण करते रहे। साथ ही दूध उत्पादन बढ़ाने, देवभोग उत्पादों की प्रगति हेतु प्रयास किया। इसी का परिणाम है कि शीत केंद्रो में दूध का कलेक्शन बढ़ा है। दूध से बनने वाले कई उत्पाद जैसे घी रबड़ी मक्खन आदि का निर्माण कर सोसायटी के माध्यम से बिक्री भी की जा रही है। दुग्ध महासंघ अध्यक्ष बनने के बाद विपिन साहू दुग्ध संघो के तरक्की के लिए प्रयास करते रहे। जिसका बेहतर परिणाम भी मिला। उनके कार्यकाल में छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी दुग्ध महासंघ मर्यादित जो कि सालो से घाटे में चल रहा था अब फायदे में हैं. सालो से दुग्ध उत्पादक किसान दूध के दाम बढ़ाने की मांग कर रहे थे जिस पर श्री साहू ने तीन बार अब तक दूध के दाम बढ़ाये हैं.जिससे दूध उत्पादकों की आर्थिक स्थिति बेहतर हो रही है.उनके कार्यकाल में देवभोग के दुग्ध उत्पादों की गुणवत्ता और डिमांड तेजी से बढ़ा है. बेमेतरा में नवीन दुग्ध शीत केन्द्र स्थापना का कार्य कराया। दुग्ध संकलन में वृद्धि के साथ महासंघ को वर्ष 2021-22 की स्थिति में राशि रू. 1.56 करोड़ का शुद्ध लाभ अर्जित हुआ है। राष्ट्रीय डेयरी विकास योजना अंतर्गत 16 नवीन बी. एम.सी. की स्थापना, 52 इलेक्ट्रानिक मिल्क एडल्टेशन टेस्टर एवं 43 आटोमेटिक मिल्क कलेक्शन यूनिट की स्थापना की गई है, जिससे आधुनिक मशीनो के माध्यम से गुणवत्ता सुधार का कार्यक्रम किया गया। 15 करोड़ में से दही संयंत्र की स्थापना का कार्य प्रचलन में है। लस्सी, मठठा श्रीखण्ड आदि की उत्पादन क्षमता में वृद्धि होने से महासंघ इसमें अपनी बाजार भागीदारी बढ़ाने का प्रयास करते हुए अपनी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करेगा। महासंघ में कार्यरत दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों की लंबित मांग प्रोत्साहन राशि में वृद्धि कर जून 2022 के वेतन में लाभ दिया गया।