बकाया दो साल के बोनस के इंतजार में है किसान, कर रहे गाइडलाइन की प्रतिक्षा
धमतरी। भाजपा द्वारा चुनावी घोषणा पत्र में सत्ता आने पर किसानों को पूर्व में किये गये वादे के अनुसार बकाया दो साल का बोनस देने का वादा किया था। अब प्रदेश में भाजपा की सरकार है ऐसे में किसानों को बकाया बोनस के भुगतान का इंतजार है। लेकिन अभी तक गाईडलाईन नहीं आने से किसानों में असमंजस्य की स्थिति बनी हुई है। दरअसल इन पांच सालों में कई किसानों की मौत हो गई, कई किसानों के बैंक खाते बंद हो गये तो कुछ किसानों ने खेत बेच दिया। इन किसानों में बोनस को लेकर असमंजस की स्थिति है। किसान अपनी आशंका दूर करने अधिकारियों से संपर्क कर रहे पर एक ही जवाब मिल रहा कि बोनस के लिए जब तक शासन की ओर से गाइडलाइन जारी नहीं की जाती तब तक कुछ नहीं कहा जा सकता। धमतरी जिले में वर्ष 2016-17 में 80 हजार 238 तथा वर्ष 2017-18 में 80 हजार 938 किसानों ने धान बिक्री किया। 300 रुपए प्रति क्विंटल बोनस के हिसाब से करीब 217 करोड़ रुपए राशि मिलेगी। चर्चा है कि 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन को सुशासन दिवस के रुप में मनाते हुए शासन के द्वारा बोनस की राशि किसानों के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी। अब इसे लेकर किसानों का कहना है कि जिन किसानों ने पांच साल में बैंक खाता नहीं बदला उन्हें तो कोई दिक्कत नहीं होगी पर सैकड़ो किसान ऐसे है जिनका किसी कारण से बैंक खाता बंद हो गया, उनके खाते में आखिर राशि कैसे पहुंचेगी। वहीं अगर दूसरा खाता मांगा गया पर किसान अगर अपनी खेत बेच चुके है तो उनका सत्यापन कैसे होगा। दूसरी ओर पांच साल में कई किसानों की मौत हो गई, कोरोना काल के समय मौत का आंकड़ा बढ़ गया था।