नि:शुल्क कैंसर अवेयरनेस शिविर में 30 से अधिक मरीजो की हुई जाँच, बताये गए कैंसर के लक्षण
धमतरी । केंसर अवेयरनेस शिविर में पधारे अथितियो के स्वागत के पश्चात् स्वागत उद्बोधन में लोहाना समाज के अध्यक्ष मुकेश रायचुरा ने कहा की जितने भी अथिति पधारे है उनका बहुत बहुत अभिन्दन है वही लोहाना महिला मंडल अध्यक्ष श्रीमती वंदना मिराणी के कहा की केंसर के डर को भगाना जरुरी है श्री दयालजी सुन्दर जी मिराणी चेरीटेबल ट्रस्ट धमतरी के प्रदीप मिराणी ने कहा की किसी भी भेदभाव के शिक्षा एवं मेडिकल के क्षेत्र में कार्य किया जाता है धमतरी के डॉ. उमेश लोहाना ने कहा की सात दिन तक कोई तकलीफ दूर होती तो चिकित्सीय परामर्ष जरुरी है अगर यही तकलीफ 21 दिन से अधिक हो डॉ के परामर्श के अनुसार सारी जाँच जरुरी है सबसे अहम् बात डॉ. लोहाना ने कही की अगर इस प्रकार के कैंप का आयोजन हर माह होता है तो वे पूरा सहयोग करने को तैयार है एवं जाँच तथा दवाई में छुट प्रदान की जावेगी.
रायपुर संजीवनी से आये डॉ. अनिकेत ठोके ने कहा की डर कर लडऩे के लिए तैयार नहीं होंगे तो उससे जीता नहीं जा सकता उसके बाद डॉ. ठोके ने पी पी टी प्रेजेंटेशन के माध्यम से केंसर क्या है और उसका इलाज क्या है उसको विस्तार से समझया ेशनिवार को श्री लोहाणा महाजन एवं लोहाणा महिला मंडल के तत्वावधान में श्री दयालजी सुन्दर जी मिराणी चेरीटेबल ट्रस्ट धमतरी के सहयोग से केंसर अवेयरनेस शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें राजनांदगांव से सिद्धी फाउंडेशन की सिद्धी मिराणी विशेष रूप से पहुंचकर लोगों को केंसर के प्रति जागरूक किया। शिविर में 30 से अधिक मरीज पहुंचे थे। जिनकी दो विशेषज्ञ चिकित्सकों ने जांच कर उचित सलाह दी।पत्रकारों से चर्चा करते हुए सिद्धी मिराणी ने बताया कि 5 साल पहले उन्हें केंसर होने की जानकारी मिली। 9-10 माह तक समझने और जांच में निकल गया। तब तक वह केंसर तीसरे स्टेज में पहुंच चुका था। रायपुर के संजीवनी केंसर अस्पताल में पहुंचने के बाद बताया कि बचने की थोड़ी सी गुंजाईश है। तभी से उन्होंने ठान लिया कि केंसर को पराजित करना है। जिसमें वह कामयाब रही। केंसर काउंसलिंग का कोर्स किया और अस्पताल से जुड़ गई। इसके बाद से लगातार लोगों को केंसर के प्रति जागरूक कर रही है न सिर्फ छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों बल्कि गुजरात, ओडिशा में भी जागरूकता के लिए पहुंचती हैं। धीरे-धीरे लोग उनके साथ जुड़ते गये। उन्होंने बताया कि उनके सिद्धी फाउंडेशन द्वारा ब्रेस्ट केंसर के लिए किट देते हैं और काउंसलिंग भी करते हैं। अस्पताल द्वारा गरीब मरीजों के लिए छूट भी दी जाती है। उन्होंने बताया कि केंसर होने पर विल पावर का बहुत बड़ा रोल होता है। परिवार का सहयोग जरूरी है। आत्मविश्वास बनाये रखना चाहिए। लोग कई प्रकार के सवाल करते हैं। इस दौरान सहानुभूति के साथ प्रेरणा की भी जरूरत होती है। आज अनाज, फल में जो पेस्टीसाईड डाला जाता है वह कैंसर का एक बड़ा कारक होता है। लोगों को अपनी दिनचर्या में परिवर्तन करना पड़ेगा। खान-पान पर ध्यान दें। योग, प्राणायाम नियमित रूप से करें। उन्होंने बताया कि गांव में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर जागरूकता कार्यक्रम चलाती हैं। कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. राकेश मिश्रा ने कहा कि कैंसर की जानकारी जितनी जल्दी मिले, रिकव्हरी उतना जल्दी होता है। भारत में स्तन कैंसर तेजी से फैल रहा है। इसका मुख्य कारण हारमोन में असमानता है। महिलाएं मार्डन बनते हुए स्तनपान नहीं कराती यह भी एक कारण है। यदि परिवार में किसी को कैंसर है तो जेनेटिक टेस्ट जरूर कराना चाहिए। स्क्रीनिंग भी कराएं। 45 वर्ष की उम्र होने पर महिलाएं एक बार टेस्ट जरूर कराएं। महिलाएं आईने के सामने खुद अपने स्तन के गाठ को जांच कर सकती हैं। यदि उन्हें स्तन में गांठ जैसा महसूस हो तो डाक्टर से तुरंत संपर्क करना चाहिए। डॉ. अनिकेत ठोके ने भी कई महत्वपूर्ण जानकारी दी। सर्व समाज के लिए आयोजित कैंसर शिविर में 30 से अधिक मरीजों की जांच की गई। साथ ही सेमीनार में उन्हें सुरक्षा एवं उपाय से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई। इस दौरान अरूण मिराणी, प्रदीप मिराणी, मुकेश रायचुरा, राकेश लोहाणा, ललित मानेक, निलेश रायचुरा, गौरव लोहाना, राजेश रायचुरा, कमलेश कोठारी, किशोर गंभीर, चिराग आथा, पीयूष राठौर, जतिन मिराणी,वंदना मिराणी, तृप्ति मानेक, सोनिया पोपट, उषा तन्ना, भावना रायचुरा, हर्षा लोहाना, मंजू लोहाना, शोभना गिंडोय, कनक शाह, भावना राठौर, नलिना सोनी, जनक लोहाना, चंद्रिका मिराणी, हनी मिराणी, विपिन लाखाना, नरेश तन्ना, स्मृ़ति तन्ना, रायपुर से पधारे किशन भाई मिरानी, हितेश रायचुरा,विपिन भाई लखानी,प्रकाश भाई दावडा,पवन भाई पटेल , श्रीमती रेखा रायचुरा, श्रीमती मीना पुजारा ,आरती श्रीवास्तव ,अर्चना दास आदि मौजूद थे।