मुड़पार में निषाद समाज द्वारा मनाई गई गुहा जयंती, विधायक ओंकार साहू हुए शामिल
धमतरी विधानसभा के ग्राम मुड़पार में निषाद समाज द्वारा भगवान राम की पूजा अर्चना कर क्षेत्र के सभी निषाद समाज के लोगों द्वारा बड़ी संख्या में गांव में कलश शोभायात्रा निकालकर भक्त गुहा निषाद राज जयंती कार्यक्रम को धूमधाम से मनाई गई. उक्त अवसर पर टीना शेड निर्माण का भूमिपूजन किया गया इस कार्यक्रम में क्षेत्रीय विधायक ओंकार साहू मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए वही श्री साहू ने उपस्थित समाज के लोग व ग्रामीण जनों को सम्बोधित करते हुए कहा कि समाज के पूर्वज भक्त गुहा निषाद राज ने, भगवान राम को वनवास के समय नदी पार कराया था जो भगवान राम मनुष्य को भवसागर से पार कराने वाले हैं हम एैसे गुहा निषाद राज के समाज से जुड़े हैं आप को इस पर गर्व होना चाहिए
हम किसी से कम नहीं है हमें अपने अधिकार के लिए जागरूक होने की जरूरत है किसी भी समाज के विकास के लिए शिक्षा बहुत ही जरूरी है हम लोगों को चाहिए कि समाज के लिए लोक शिक्षण के प्रति जागरूक हो तभी जीवन स्तर ऊंचा हो सकता है कार्यक्रम के अध्यक्षता ग्राम पंचायत सरपंच तेजबती प्रेमन निषाद ने किया. विशिष्ट अतिथि के रूप में अरुण देवांगन अध्यक्ष सेक्टर कांग्रेस कमेटी अछोटा, व्यास नारायण निषाद पार्षद नगर पंचायत आमदी, लीलाराम निषाद उपसरपंच मुड़पार उपस्थित थे। इस अवसर पर विशेष रूप से हिरेन्द्र निषाद, मेलाराम निषाद, टीकाराम निषाद, लालजी निषाद, ललित निषाद, सुवचरण निषाद, केवलराम निषाद, हरिशचन्द्र निषाद, खेलनराम निषाद, ओमकार निषाद, मोतीराम निषाद, बेनीराम निषाद, जितेन्द्र निषाद, रमेश्वर निषाद, ईतवारी राम निषाद, सहदेवराम निषाद, अशोक कुमार निषाद, जगदीश निषाद रामाधीन सोनवानी, लीलाराम निषाद, लीलाराम महामाया, छबीलाल निषाद, रखेमलाल निषाद, कृपाल निषाद, जगदीश निषाद, गजेन्द्र निषाद, जालीराम निषाद, उदयराम निषाद, सोमेश निषाद, तेजराम निषाद, सुवचरण निषाद, किशनलाल निषाद, रामसजीवन निषाद, टिकेश्वर निषाद, शंकरराम निषाद, शिवकुमार निषाद, खोरबाहराराम निषाद, गौतमराम निषाद, रविराम निषाद, हरीराम निषाद, रामकृष्ण निषाद, रामकुमार निषाद, हरवराम निषाद, ईश्वर निषाद, गोवर्धनराम निषाद, श्यामलाल निषाद, मेलाराम निषाद, मुरलीराम निषाद, श्रवणकुमार निषाद, टीकमचंद निषाद, सालिक राम निषाद, सरिता निषाद, उलसी निषाद, ललिता निषाद, जानकी निषाद, सगीना निषाद, भुनेश्वरी निषाद, अश्वनी निषाद, दिनेश्वरी निषाद, लक्ष्मी निषाद, सुखमा निषाद, प्रतिमा निषाद, जमुना निषाद सहित बड़ी संख्या में समाज के पदाधिकारी एवं ग्रामीण उपस्थित रहे।