फरियादी बन भाजपाई पार्षद मिले कलेक्टर से की निगम को भ्रष्टाचार मुक्त करने की मांग
एल.ई.डी, हार्पिक,सूचक बोर्ड घोटाला, एम.बी.परिर्वतन में अनियमितता बता की कार्रवाई की मांग
निष्पक्ष जांच हो तो जेल के सलाखों में होंगे जिम्मेदार -: नरेंद्र रोहरा
नगर निगम के आर्थिक कार्य प्रणालियों से.आई.टी., ई.डी.जैसे स्वतंत्र एजेंसी से कराई जाए जांच-: विजय मोटवानी
धमतरी – भ्रष्टाचार पर समुचित कार्रवाई की मांग को लेकर फिर एक बार नगर निगम में भाजपा के पार्षद गण मुखर होते हुए कलेक्टर जन दर्शन में जिम्मेदार लोगों पर समुचित कार्रवाई करने की मांग की गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव से पूर्व भाजपा पार्षद गणों द्वारा नेता प्रतिपक्ष नरेंद्र रोहरा के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन तथा विभिन्न आंदोलनों के माध्यम से रेन बसेरा के लिए सामग्री खरीदी एवं सूचक बोर्ड में आर्थिक अनियमितता तथा वर्तमान में एलइडी स्ट्रीट लाइट घोटाले के संबंध में लगातार मांग कर रहे हैं इस संबंध में कलेक्टर के निर्देश पर जांच भी हुआ तथा दोष भी निश्चित हुआ लेकिन समुचित कार्रवाई नहीं हुई है फिर से उपरोक्त मांग को लेकर कलेक्ट्रेट में जनदर्शन में फरियादी की तरह कतार पर खड़े होकर यह मांग उठाया गया तथा कलेक्टर नम्रता गांधी द्वारा तुरंत आयुक्त विनय पोयम को निर्देशित करते हुए उपरोक्त बिंदुओं पर कल शाम तक रिपोर्ट पेश करने हेतु कहा गया है अब देखना यहां है कि नगर निगम का भ्रष्टाचार भाजपा के शासनकाल आने के बाद किस कदर पारदर्शिता पूर्ण तरीके से करवट पर बैठता है क्योंकि बगैर वहां की जिम्मेदार्जन प्रतिनिधियों द्वारा कहा जाता है कि भ्रष्टाचार बीजेपी वाले ही किए हैं ठेका पूरा वही लेते हैं काम पूरा नगर निगम का वही करते हैं और दोष हमारे ऊपर लगाते हैं जबकि विजय देवांगन महापौर जैसा ईमानदार आदमी नगर निगम के 138 साल के इतिहास में आज तक नहीं हुआ है यह कांग्रेस के पार्षदों का दावा है और उसी के कारण है कि विधानसभा में ओंकार साहू छत्तीसगढ़ में भाजपा के विपरीत लहर होने के बाद भी जीत कर आया है। कलेक्ट्रेट परिसर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए युवा नेता विजय मोटवानी ने कहा है कि नगर निगम का कार्याकलाप भ्रष्टाचार का पर्याय हो गया है जिधर जाओ उधर अनियमिता, अवैधानिक, तथा लापरवाही पूर्वक किए गए कार्यों से पता पड़ा है यदि निष्पक्ष रूप से जांच किया जाए तो दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा और जिम्मेदार लोग सलाखों के पीछे होंगे ईमानदारी शब्द कहने में नगर निगम में शर्म आता है क्योंकि वहां के जिम्मेदार लोग अपने कर्तव्य से विमुख होकर सिर्फ स्वार्थ में आकट डुबे हुए हैं अब समय आ गया है कि उनसे पूरा हिसाब जनता मांग रही है इनमें नैतिक साहस बचा है तो स्वयं निगम की कार्यप्रणाली की जांच ई.डी. एवं एस.आई.टी. जैसे स्वतंत्र एजेंसी करने की मांग करना चाहिए वास्तविकता सामने आ जाएगा। कलेक्ट्रेट जनदर्शशन में पहुंचने वाले पार्षद गणों में पूर्व सभापति राजेंद्र शर्मा धनीराम सोनकर, बिशन निषाद ,दीपक गजेंद्र, श्यामलाल नेताम प्रकाश सिन्हा हेमंत बंजारे विजय मोटवानी अज्जू देशलहरे, मिथिलेश सिन्हा ,ईश्वर सोनकर , प्राची सोनी ,सरिता आसाई श्यामा साहू ,सुशीला तिवारी ,रश्मि दिवेदी ,नीलू डागा,रितेश नेताम,शामिल रहे।