छत्तीसगढ़ की जनता का नही,भाजपा के उधोगपति मित्रों का है यह बजट – आनंद पवार
छत्तीसगढ़ के नये वित्तमंत्री ओपी चौधरी द्वारा विधानसभा में प्रस्तुत किया गया वर्ष 2024-25 का बजट
धमतरी पूर्व युवा कांग्रेस लोकसभा अध्यक्ष एवं पूर्व प्रदेश सचिव आनंद पवार ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.उन्होंने कहा कि 2018 से 2023 तक छत्तीसगढ़ में रही कांग्रेस की सरकार ने जो बजट प्रस्तुत किया था वह किसानों,गरीबों और छत्तीसगढ़ की जनता के हित के लिए था,जिसमें शिक्षा,स्वास्थ्य,कृषि और छत्तीसगढ़ की आम जनता के लिए विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन किया गया था,लेकिन वर्तमान सरकार का यह बजट बिल्कुल उसके विपरीत है,पूर्व कांग्रेस सरकार का बजट छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़वासियों के लिए एक नई ज़मीन तैयार करने का था,जिसमें गोबर ख़रीदी और गौठान जैसी ऐसी योजनाएं थी,जिनसे ना केवल ग्रामीणों को अतिरिक्त आमदनी हो रही थी,इसके साथ उनमें स्वालंबन भी विकसित हो रहा था।इसके साथ ही राजीव गांधी युवा मितान क्लब जैसी युवा कल्याण योजना को भी दरकिनार कर दिया गया।जो भाजपा पिछले 5 साल बेरोजगारी भत्ता के लिए विलाप करती रही उन्होंने उसी बेरोजगारी भत्ता के लिए कोई प्रावधान इस बजट में नही रखा गया।इसके साथ ही छत्तीसगढ़ की पूर्व कांग्रेस सरकार की योजनाओं का नाम परिवर्तन करके इस बजट में पेश किया है।प्रधानमंत्री मोदी की तरह डिजिटल,स्किल,स्टार्टअप जैसे लच्छेदार शब्दो का प्रयोग करते हुए,मुख्य मुद्दों से ध्यान हटाने वाला है।छत्तीसगढ़ के वर्तमान उप मुख्यमंत्री ने चुनाव प्रचार के दौरान किसानों से कर्ज माफ़ी और महातारी वंदन योजना के तहत जिन वादों को किया था,उसमें कर्जमाफी को पूर्णतः भुला दिया गया है,इसके अलावा महातारी वंदन योजना में नियम कायदे लगाकर बहुत सी महिलाओं का हक मार दिया है।
इसके साथ ही महिलाओं को 500 रुपये में गैस सिलेंडर प्रदान करने के वादे से भी भाजपा मुकर गई है,जिसके लिए उन्होंने अपने चुनावी घोषणा पत्र में वादा किया था।हसदेव में चल रही जंगल कटाई से ध्यान हटाने के लिए इस बजट का फोकस उत्तर छत्तीसगढ़ के शहरी क्षेत्रों की ओर रखा गया है।बीच बीच में मोदी का महिमामंडन करते हुए इस बजट भाषण को मोदी के प्रचार का एक माध्यम बनाया गया है।
कुल मिलाकर यह बजट छत्तीसगढ़वासियों के लिए कम और मित्रों के हितों के लिए लाया गया अधिक प्रतीत होता है।