फॉरेस्ट ऑफ लाईफ महोत्सव में शामिल हुये विद्यार्थी
विद्यार्थियों को बताया गया जंगल व वन्य प्राणियों का महत्व
धमतरी,/ कलेक्टर सुश्री नम्रता गांधी के निर्देशानुसार आज जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट), नगरी में अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन के सहयोग से फॉरेस्ट ऑफ लाइफ महोत्सव का आयोजन किया गया। इस महोत्सव में पैनल में बच्चो को चित्रों के माध्यम से एक कहानी, जंगलों की उत्पत्ति कैसे हुई, पेड़ पौधे कैसे बने, जंगलों से हमें क्या क्या प्राप्त होता है, जंगल के आसपास रहने वाली प्रजाति किस प्रकार जंगलों पर निर्भर है, जंगलों के बिना हमारा भविष्य कैसा होगा, और भविष्य में हम जंगलों को कैसा बचा सकते हैं जैसे कई प्रकार के विषय शामिल थे। वही वर्क शॉप में मिट्टी से खिलौने बनाने एवं बर्ड वाचिंग में पक्षियों को उनकी आवाज, उनके रंग, आकार से पहचानना सिखाया गया। वहीं मूवी हॉल में उदंती सीतानदी अभारण्य, कांगेर वैली जैसे जंगलों की खूबियों को भी बताया गया। फॉरेस्ट डायरी में रिसोर्स पर्सन के रूप में देवदत्त तारम जी रेंजर आरसीकन्हार, एवं पुरुषोत्तम जी अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन से उपस्थित थे। जिन्होंने बच्चों से बात करके हमारे आसपास के जंगलों को समझने एवं उनके रख रखाव कैसे किया जाए इसकी जानकारी दी। फॉरेस्ट ऑफ लाइफ में वालेंटियर द्वारा रिसेप्शन पर सभी विद्यालय के छात्रों एवं शिक्षको का पंजीयन किया गया, उसके पश्चात बच्चो को 25-25 के समूह में बाटकर वालेंटियर द्वारा आईडी दी गई फिर स्टूडेंट वालेंटियर अपने अपने समूह के बच्चो को अलग अलग जगह ले गए। जिसमें पैनल एग्जिबिशन, वर्क शॉप, फॉरेस्ट डायरी, फॉरेस्ट मूवी शामिल थी। अंत में बच्चों एवं शिक्षको से इस आयोजन पर उनकी क्या प्रतिक्रिया हैं लिखवाई गई। जिसे बोर्ड में लगाकर रखा गया हैं।
गौरतलब है कि फ़ॉरेस्ट ऑफ़ लाइफ़ महोत्सव, अजीम प्रेमजी विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित किया जाने वाला एक जलवायु उत्सव है। यह महोत्सव प्रकृति की खुशी का जश्न मनाता है तथा कला प्रतिष्ठानों का एक समूह, युवा प्रशिक्षुओं द्वारा ली गई जंगलों की तस्वीरें, संगीत, फ़िल्में, कलाकृतियां आदि चीज़ों को शामिल करता है। कार्यक्रम में विद्यार्थियों को वन्य प्राणी, वनांचल के रहन-सहन, हरे-भरे जंगल, झाड़ियों का मनोरम दृश्यों को विस्तारपूर्वक समझाया गया। इस कार्यक्रम में कुल 14 विद्यालय से 504 छात्र एवं 32 शिक्षक उपस्थित थे। दो पालियों में आयोजित इस कार्यक्रम में पहली पाली के प्रथम बैच में 07 विद्यालय 235 छात्र एवं 10 शिक्षक तथा दूसरी पाली के द्वितीय बैच में 07 विद्यालय, 269 छात्र, एवं 22 शिक्षक सम्मिलित हुये।