किले के बुढ़ेश्वर महादेव की शाही बारात में उमड़ी भक्तों की आस्था
कंकाल, नागा बाबा, अघोरी बाबा, डमरुधारी टीम, बस्तर नृत्य, आंगा देव, नवदुर्गा झांकी आदि रही भक्तो में आकर्षण का केन्द्र
धमतरी। किले के बूढ़ेश्वर महादेव मंदिर ट्रस्ट द्वारा महाशिवरात्रि पर्व को महोत्सव के रुप में मनाया जा रहा है। जिसके तहत कल शाम महादेव की भव्य शाही बारात निकाली गई। मां विंध्यवासिनी मंदिर से बारात निकली जो कि शहर के मुख्य मार्गो रामबाग, गणेश चौक, सदर बाजार, बालक चौक, गोल बाजार, घड़ी चौक, रत्नाबांधा होते हुए इतवारी बाजर के पास स्थित किले के बूढ़ेश्वर मंदिर पहुंची। शाही बारात में बनारस के अघोरी बाबा, यमराज झांकी एवं डमरु धारी टीम सहित अन्य आकर्षण का केन्द्र बनी रही। कलकत्ता के जिन कंकाल नागा बाबा, यमराज झांकी, बनारस के नवदुर्गा झांकी, किन्नर टोली, त्रिपुण्ड लगाने वाले महाराज, आंगादेव, राउत नाचा, बस्तर नृत्य, आरंग की झांकी सहित अन्य झांकिया भी बेहद आकर्षण रही।
साथ ही डीजे एवं धूमाल में बज रहे शिव के भक्ति भरे गीतो में युवा भक्त जमकर थिरक अपनी आस्था प्रकट करते नजर आये। बारात में बुढ़ेश्वर महादेव को कांधे पर सवार कर शामिल कराया गया। ऐतिहासिक बारात में हजारो भक्त शामिल होकर अपनी आस्था प्रकट की। पांच मार्च से महाशिवरात्रि पर्व को महोत्सव के रुप में मनाया जा रहा है। इसके तहत किले के बूढ़ेश्वर महादेव का विधिवत हल्दी एवं मेंहदी, संगीत सहित अन्य रस्म अदा की गई।
बारात में अनूठे ऐतिहासिक प्रतिकात्मक महादेव के बाराती बनने भक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। बारात का पूरे शहरवासियों ने जगह-जगह स्वागत कर अपनी आस्था प्रकट की। इस अवसर पर मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष विपिन पवार, गोल्डी बरडिय़ा, निलेश लुनिया, रीतुराज पवार, युवा नेता आनंद पवार, महेन्द्र खण्डेलवाल निर्मल बरडिय़ा, महेन्द्र पंडित, राधेश्याम शर्मा, दिलीपराज सोनी, विजय जैन, हरलाल साहू, तरुण साहू एवं बोलबम कावरिया कल्याण संघ के तीरथ फूटान, राजेश यादव, कृष्ण कुमार गुप्ता, प्रकाश गांधी, दौलत ज्ञानचंदानी, संतोष सोनी, देव फूटान, गौतम वाधवानी, धरमू सहित बड़ी संख्या में अन्य भक्त मौजूद थे।