बेमौसम बारिश से फसल नुकसान, किसान परेशान
धमतरी। पश्चिमी विदर्भ में चक्रवाती सिस्टम बनने के कारण छत्तीसगढ़ के कई जिलों में बारिश हो रही है। सोमवार को गौरेला पेण्ड्रा, दुर्ग सहित कुछ अन्य जिलों में तेज बारिश हुई थी, वहीं कई जगहों पर भारी ओलावृष्टि भी हुई है मंगलवार को धमतरी जिले में भी मौसम में उतार चढ़ाव देखा जा रहा था, शाम करीब चार बजे आसमान में घने बादल छाने के साथ ही हवाएं चलने लगी। जिसके बाद देखते ही देखते बारिश का सिलसिला शुरु हो गया। धमतरी शहर में करीब एक घंटे तक बारिश होती रही। हालांकि बारिश के कारण तापमान में गिरावट आने से लोगों को गर्मी से काफी राहत मिली है। लेकिन बेमौसम बारिश के कारण फसलों को काफी नुकसान हुआ है। कई किसान चना फसल की कटाई नहीं कर पाये है, वहीं कई किसानो ने चना और लाखड़ी फसल को काटकर खेत में ही रखा हुआ है। इन फसलों को बारिश से काफी नुकसान हुआ है। इसी तरह गेंहू, मटर, मसूर, तरबूज, खरबूज, ककड़ी, टमाटर, गोभी व अन्य साग सब्जी फसल को भी नुकसान पहुंचने की खबरें आ रही है। प्रभावित किसानों ने तत्काल सर्वे कराकर मुआवजा देने की मांग शासन प्रशासन से की है।
जारी किया बीमा कंपनी का टोल फ्री नंबर
उप संचालक कृषि मोनेश साहू ने बताया कि धमतरी जिले में अधिक बारिश नहीं हुई है, जिसके कारण अधिक नुकसान की संभावना भी नहीं है। खेतों में जो चना रखा हुआ है उसे 15 से 20 प्रतिशत तक नुकसान हो कता है। कहीं कहीं पर अलसी व गेंहू भी प्रभावित हो सकता है। अधिक बारिश की चपेट में आने से गेंहू के दाने में थोड़ा कालापन आ सकता है। मुख्यत: साग सब्जी फसल को ही नुकसान होने की संभावना रहती है, वहीं फलों में तरबूज, खरबूज और ककड़ी पर भी असर पड़ सकता है। धान फसल को नुकसान की खबर प्रारंभिक तौर पर नहीं आई है। उन्होंने बताया कि सर्वे कराकर नुकसान का आंकलन किया जायेगा। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अंतर्गत किसान नुकसान की सूचना 72 घंटे के भीतर दे सकते है। इसके लिये बीमा कंपनी का टोल फ्री नंबर जारी किया गया है, वहीं किसान ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी या राजस्व विभाग को भी नुकसान की जानकारी दे सकते है।