सार्थक संस्था का 20 वां स्थापना दिवस समारोह हुआ धूमधाम से संपन्न , सजाई गई रंगोली
जिला चिकित्सालय के पूर्व दंत चिकित्सक डॉक्टर ए. के. श्रीवास्तव ने की थी सार्थक की स्थापना
शिक्षा के क्षेत्र में जीवन समर्पित कर आजीवन दान देने वाले शिक्षक स्व. गौरी शंकर श्रीवास्तव थे सार्थक के प्रथम संरक्षक
स्व. आईदान लोढा परिवार ने भेंट की 11000 रुपए की सहयोग राशि
20 मार्च को सर गौरीशंकर श्रीवास्तव सेवा समिति धमतरी की सार्थक संस्था का 20 वां स्थापना दिवस,संस्था द्वारा संचालित मानसिक दिव्यांग प्रशिक्षण केन्द्र सार्थक स्कूल धमतरी में धूमधाम से मनाया गया।विगत 19 वर्षों से मार्गदर्शन एवं सहयोग प्रदान करने हेतु सार्थक की संस्थापक अध्यक्ष प्रभा रावत का सदस्यों एवं प्रशिक्षकों द्वारा शॉल व श्रीफल से सम्मान किया गया। एवं
स्कूल के संचालन में विशेष सहयोग प्रदान करने के लिए ,धमतरी के समाजसेवी स्व. रश्मि भाई राठौर परिवार के हीरल पीयूष राठौर, अमी मयूर राठौर, स्व. आईदान लोढ़ा परिवार के पुष्पा लोढ़ा, श्वेता लोढ़ा,
अनुपचंद राखेचा परिवार के आलोक राखेचा को शॉल व श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया गया।सर्वप्रथम आगंतुक अतिथियों एवं सार्थक अध्यक्ष डॉ. सरिता दोशी, सचिव स्नेहा राठौड़, सहसचिव वर्षा खंडेलवाल, सदस्य गौरव लोहाना ने देवी सरस्वती की प्रतिमा एवं स्व. गौरीशंकर श्रीवास्तव जी की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्जवलित एवं माल्यार्पण किया।श्वेता लोढा ने बच्चों के लिए सुंदर प्रार्थना गीत गाया।अमी राठौर ने शुभकामनाएं दीं। सार्थक अध्यक्ष डॉ. सरिता दोशी ने बताया कि, 20 मार्च 2004 को जिला चिकित्सालय धमतरी में पदस्थ दंत चिकित्सक डॉक्टर ए.के. श्रीवास्तव ने सार्थक संस्था के लिए, प्रभा रावत अध्यक्ष, सरिता दोशी सचिव, स्नेहा राठौड़ कोषाध्यक्ष एवं अन्य पदाधिकारियों का गठन कर,सारी औपचारिकताएं पूर्ण कर अपनी सेवाभावी धर्मपत्नी प्रीति श्रीवास्तव के साथ विवेकानंद कॉलोनी स्थित अपने घर पर ही 7 बच्चों से स्कूल की शुरुआत की थी। वर्तमान में डॉ. श्रीवास्तव, सेवानिवृत्ति के पश्चात मेडिकल कॉलेज भोपाल में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं और नेत्रदान, देहदान के लिए बड़े स्तर पर अनुकरणीय कार्य कर रहे हैं।
शिक्षा के क्षेत्र में अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले शिक्षक स्व. गौरीशंकर श्रीवास्तव ने इस संस्था के प्रथम संरक्षक के रूप में हमेशा प्रेरित और प्रोत्साहित किया। डॉ दोशी ने बताया कि,20 वर्षों के सार्थक के संचालन में बहुत से उतार चढ़ाव आए, आर्थिक संकट की वजह से स्कूल बंद करने की नौबत भी आई पर सार्थक उसका सामना करते हुए मजबूती से खड़ा हैं। स्कूल की पूर्व प्रशिक्षक सुधापुरी गोस्वामी, प्रशिक्षक मैथिली गोड़े, गीतांजलि गुप्ता, मुकेश चौधरी, देविका दीवान,स्वीटी सोनी, तथा आया सुनैना बाई एवं रिक्शा,ऑटो चालकों ने विषम परिस्थितियों में भी अपना साथ एवं सहयोग नहीं छोड़ा। शहर के फोटोग्राफर सुभाष मलिक,सार्थक को 17 वर्षों से अपनी निशुल्क सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। बच्चों के पालकगण भी अपने बच्चों को नियमित स्कूल भेजने में पूर्ण सहयोग करते एवं आश्वस्त रहते हैं। सार्थक को समाज कल्याण विभाग धमतरी की ओर से 4 वर्षों से अनुदान प्राप्त हो रहा है और अन्य व्यय के लिए संस्था के सदस्य एवं धमतरी के समाज सेवी सहयोग करते हैं।धमतरी के शशि लुनावत एवं मदन लुनावत, प्रारंभकाल से ही सार्थक के मददगार के रूप में जुड़े रहे हैं। और ग्राम खपरी से पढ़ने आने वाली एक बालिका के ऑटो का किराया आज भी वहन कर रहे हैं।सार्थक के 20 वर्षों के सफर में विशेष बच्चों में बेहद परिवर्तन आया है। नियमित प्रशिक्षण से बच्चे मिलनसार हो गए हैं, दूसरों की मदद करना, सुलेख लिखना, ड्रॉइंग,पेटिंग, रंगोली, खेल में अनेकों मैडल ओर सार्टिफिकेट हासिल किए हैं। सार्थक के विशेष बच्चे खेल में एवं सांस्कृतिक एवं कलात्मक आयोजनों में, धमतरी ,अछोली, भिलाई, दुर्ग, बालोद, रायगढ़, लोनावाला, गांधीनगर, पोंडेचेरी जैसे शहरों में अपनी प्रतिभा दिखा चुके हैं। स्कूल के संचालन में सार्थक के संरक्षक डॉक्टर ए. के. रावत, गोपाल शर्मा, मदन मोहन खंडेलवाल डॉ. आई. सी.जैन, डॉ प्रभात गुप्ता ने हमेशा सही दिशा का निर्देशन किया है ।
सार्थक स्कूल को, धमतरी एवं अन्य शहरों की अनेक संस्थाओं द्वारा सम्मानित किया गया है।
अतिथियों ने सार्थक के बच्चों की प्रगति, प्रतिभा एवं आत्मविश्वास से प्रभावित हो, अध्यक्ष डॉ. सरिता दोशी को बधाई दी तथा सचिव स्नेहा राठौड़ का विगत 20 वर्षों से सार्थक के प्रति निश्छल प्रेम एवं समर्पण, के लिए सम्मानित किया । और विशेष बच्चों को आशिर्वाद देते हुए उनके उज्वल भविष्य की कामना की। श्रीमती पुष्पा लोढ़ाने अपनी सासू मां स्व. आसी देवी लोढा की प्रथम पुण्यतिथि के स्मरणार्थ सार्थक संस्था को 11000 रुपए की राशि भेंट की।कार्यक्रम का संचालन सचिव स्नेहा ने करते हुए सहयोगी अतिथियों एवं दानदाताओं के प्रति आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर माही राठौर, प्रशिक्षक मैथिली गोड़े, गीतांजलि देवी, स्वीटी सोनी, देविका दीवान, सुनैना गोड़े उपस्थित थे।