9 ओव्हर हेड टैंक, 150 से अधिक बोर, 20 हजार नल कनेक्शन, रोजाना 1.40 करोड़ लीटर पानी सप्लाई फिर भी कई वार्डो में जल संकट
नगर निगम द्वारा गर्मी के मौसम में जल संकट से निपटने किया जा रहा प्रयास, फिर भी लोगों को हो रही परेशानी
वाटर लेवल नीचे चले जाने से वार्ड के बोर से नहीं निकल रहा पर्याप्त पानी, घरो तक पहुंच रहा कम पानी
धमतरी। गर्मी बढऩे लगी है अप्रैल माह के शुरुवात में ही पारा चढऩे लगा है। अब तक पारा 40 डिग्री तक पहुंच चुका है। तापमान बढऩे के साथ ही जल संकट की समस्या भी उत्पन्न हो रही है। निगम के तमाम प्रयासों के बाद भी वार्डवासियों को समय-समय पर जल संकट की समस्या से जूझना पड़ता है। बता दे कि शहर में पेयजल सप्लाई हेतु 9 ओव्हरहेड टैंक बने है। जिनमें रोजाना लाखों लीटर पानी भर कर पाईप लाईन के माध्यम से वार्डो में घर-घर तक पहुंचाया जाता है। सबसे पहले वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में पानी को साफ कर टैंको में पहुंचाया जाता है। इसके अतिरिक्त शहर के वार्डो में लगभग 150 से अधिक सार्वजनिक बोर है। जिनसे पाईप लाईन जोड़कर घर-घर पानी पहुंचाया जाता है। 20 हजार नल कनेक्शन है। प्रत्येक व्यक्ति को रोजाना 135 लीटर पानी की सप्लाई हो रही है। इस प्रकार लगभग 1.40 करोड़ लीटर पानी रोजाना शहर में सप्लाई हो रहा है। बाउजूद इसके कई वार्डो में जल संकट की समस्या उत्पन्न हो जाती है। ज्ञात हो कि जब वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में कोई तकनीकि खराबी या सफाई आदि के कारण पानी सप्लाई प्रभावित होता है या फिर वार्डो के बोर खराब हो जाने के कारण पानी घर तक नहीं पहुंच पाता ऐसी स्थिति में लोगों को ज्यादा जल संकट का सामना करना पड़ता है। गर्मी के मौसम पानी की खपत ज्यादा होती है। लेकिन वाटर लेवल नीचे चले जाने के कारण पानी की धार पतली हो जाती है। बोर आदि हाफंने लगते है। और बार-बार खराब हो जाते है। बोर खराब होने के बाद निगम के पास ज्यादातर मोटर का स्टाक नहीं रहता इसलिए पुराने मोटर के बनने तक बोर बंद रहता है। मोटर बनने में कई बार तो 5 से 6 दिन का भी समय लग जाता है। इससे समस्या और विकराल हो जाती है। गर्मी के शुरुवात में ही कई वार्डो में जल संकट उत्पन्न हो चुका है।
वार्डो के भीतर तक नहीं पहुंचता टैंकर
वार्ड में जल संकट की सूचना पर निगम द्वारा वार्डो में पानी टैंकर भिजवाया जाता है। लेकिन इससे पूरी तरह राहत नहीं मिल पाती है। वार्डवासियों का कहना है कि टैंकर कुछ प्रमुख स्थानों और बड़े मार्गो में प्रवेश करता है। जिससे उन क्षेत्रो के लोगों को तो पानी मिल जाता है। लेकिन भीतरी क्षेत्रो के लोगों की परेशानी जस की तस रहती है। इसलिए वार्ड में सभी जरुरतमंद क्षेत्रो में टैंकर पहुंचाने की मांग हो रही है। साथ ही छोटे साईज के टैंकर की व्यवस्था निगम में होने चाहिए। ताकि गली, सकरे मार्गो में भी निगम का टैंकर पहुंच सकें।
वाटर लेवल बढ़ाने पर फोकस नहीं
साल दर साल वाटर लेवल तेजी से गिरता जा रहा है। इसके कई कारण है औद्योगिकीकरण, सींमेट्रीकरण भी इनमें एक है। आधनिकता के दौर में हर जगह सीमेंट्रीकरण हो रहा है। इसके चलते बारिश का पानी जमीन के भीतर नहीं पहुंच पाता और व्यर्थ ही बह जाता है। वाटर हार्वेस्टिंग बनाने पर ध्यान नहीं दिया जाता। तालाबों में पानी की कमी रहती है। जिससेे वाटर लेवल बनाने में ज्यादा मद्द नही मिल पाती। लगातार वनो की कटाई से भी भूमिगत जल स्तर प्रभावित होता है।
6 टैंकर से होती है वार्डो में सप्लाई
नगर निगम के जल विभाग में 7 पानी टैंकर है जिनमें से 6 रनिंग कनडींशन में है। जिनके माध्यम से वार्डो में जल संकट की समस्या उत्पन्न होने पर पानी सप्लाई की जाती है। हालांकि टैंकरो को ले जाने के लिए टैक्टर के सामने हिस्से की संख्या कम है। इसलिए निगम के स्वास्थ्य विभाग से समन्वय बनाकर टैंकरों के माध्यम से पानी की सप्लाई की जाती है।
गर्मी के मौसम में पूरे शहर में वाटर लेवल नीचे चला गया है। जिससे बोर से पानी कम मात्रा में आ रहा है। जिससे पानी की धार कम हुई है। बोर खराब होने पर तत्काल सुधरवाने का प्रयास रहता है। टैंकर के माध्यम से भी वार्डो में आवश्यकतानुसार पानी सप्लाई की जा रही है।
महेन्द्र जगत
जल अधीक्षक, नगर निगम धमतरी