लाखों की लागत से निगम द्वारा बनाया गया सौन्दर्यीकरण कार्य हो रहा कबाड़ में तब्दील
टूटी कलाकृतियां, सालों से बंद है फौव्हारे, उग आई है बड़ी-बड़ी झाडिय़ां
सौन्दर्यीकरण पर ग्रहण लगाते है रोड पर खड़ी रहती है अवैध बड़ी वाहने, सौन्दर्यीकरण बन रहा अघोषित कूड़ादान
धमतरी। लाखों की लागत से नगर निगम द्वारा सौन्दर्यीकरण कार्य कराया था लेकिन अब देखरेख के अभाव में सौन्दर्यीकरण सिर्फ नाम का ही रह गया है।रायपुर रोड पर पावर हाउस के पास सड़क किनारे खाली जमीन पर नगर निगम द्वारा सालों पहले लाखो की लागत से सौन्दर्यीकरण कार्य कराया गया है। जिसके तहत एक निर्धारित स्थान को घेर कर बस्तर आर्ट कलाकृतियां लगाई गई है। आकर्षक लाईटिंग कर फौव्हारा लगाया गया था। सुंदर बागवानी की गई थी। लेकिन धीरे-धीरे सब कबाड़ में तब्दील होता जा रहा है। बता दे कि सालों से लाखों के इस सौन्दर्यीकरण कार्य की कोई पूछपरख नहीं हो रही है। जिसके कारण अब यह ऐसा महसूस हो रहा है कि जनता के पैसो का दुरुपयोग हो गया है।
उक्त कार्य का उद्देश्य शहर की सुन्दरता को बढ़ाना था लेकिन सालों से यह उद्देश्य पूरा नहीं हो रहा है। सौन्दर्यीकरण कार्य के तहत लगे बस्तर आर्ट टूट फूट रहे है। सालों से फौव्हारा बंद पड़ा हुआ है। सुन्दर फूलों की जगह बड़ी बड़ी झाडिय़ा उग आई है। पहले सौन्दर्यीकरण के सामने बैठने हेतु कर्सियां भी लगाई गई थी। जो कि अब गायब है। सौन्दर्यीकरण में लाईटे बंद रहती है। इसलिए शाम ढलने के बाद जो काफी आकर्षक प्रतीत होता था वह अब अंधेरे में डूबा रहता है। इसके अतिरिक्त सौन्दर्यीकरण कार्य गंदगी की भेंट भी चढऩे लगा है। यहां पर मिट्टी कचरे व मलबा आदि का ढेर लगा रहता है। यहां असहनीय बदबू आती है। लोग सौन्दर्यीकरण के सामने कचरा फेंकने से भी बाज नहीं आते। पावर हाउस के बाहर दोनो ओर सड़क पर अघोषित पार्क स्थल बन चुका है। यहां कई निजी क्रेन खड़े रहते है। जो कि सौन्दर्यीकरण की बची थोड़ी बहुत सुन्दरता पर ग्रहण लगाते है।
लोगो द्वारा मांग की जा रही है कि निगम इस ओर सुध लेकर सफाई व मरम्मत कराकर लाईटिंग फौव्हारों को पुन: शुरु कराये सामने खड़ी गाडिय़ों को हटवायें झाडिय़ों को साफ कर पुन: सौन्दर्यीकरण कार्य को बेहतर बनाये।