छग सहित देश भर के शिव भक्त पहुंचे पं. प्रदीप मिश्रा की कथा सुनने
जीवन में कितने भी कष्ट हो शिवजी की शरण मे जाते ही दूर होने लगते है - पं. प्रदीप मिश्रा
कुरूद में गौरी शंकर शिव महापुराण कथा का हुआ भव्य शुभारंभ
कुरुद। कुरूद में गौरी शंकर शिव महापुराण का शुभारंभ दोपहर 2 बजे भक्तों की भारी भीड़ के मध्य हुआ। इस अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा सीहोर वाले का कमलादेवी श्रीधर, आयोजक मंडल के संरक्षक अजय चंद्राकर, प्रतिभा चंद्राकर, प्रकाश शर्मा ने अभिनंदन किया। कथा के प्रारंभ में पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि कथा कोई परिवार या कोई व्यक्ति विशेष नहीं करवा रहा है कथा मैं नहीं बांट रहा हूं कथा आप नहीं सुन रहे हैं कथा करवाने वाला महादेव है कथा सुनाने वाला महादेव का भक्त है और कथा सुनने वाले भी महादेव के भक्त है जो महादेव की कृपा से यहां पर पहुंचे है। उन्होंने कहा कि जिस तरह उदर की पूर्ति के लिए भोजन आवश्यक है, इस तरह आत्मा की तृप्ति के लिए शिव महापुराण का श्रवण भी बहुत जरूरी है। कुरूद नगर के वृद्धि विहार भरदा रोड में आयोजित गौरीशंकर शिवपुराण कथा के प्रथम दिवस भारी संख्या में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ा, साथ ही श्रद्धालु महिलाओं पुरुषो, बच्चो ने शिवभजनो मेरा भोला नगर में आया है। भोलेनाथ दया करना मैं तेरे भरोसे हूं आदि भजनों में तालियां बजाकर, शिवजी के जयकारे लगाते हुए नृत्य किया। शिवमहापुराण कथा प्रवक्ता पंडित प्रदीप मिश्रा ने भोलेनाथ की महिमा बताते हुए कहा कि जीवन में शरीर में कितने भी कष्ट हो शिवजी की शरण मे जाते ही दुर होने लगते है। उन्होंने श्रोताओं से कहा कि कुछ शब्द जैसे ओम नम: शिवाय, शिवाय नमस्तुभ्यं, हर हर, भोले भोले, महादेव महादेव आदि सदैव अपने स्मरण में मन के भीतर में रखना चाहिए। इस अवसर पर भूपेंद्र चंद्राकर, भानु चंद्राकर, ज्योति चंद्राकर दीपक बैस, अरुण केला विजय केला योगेश चंद्राकर, आदर्श चंद्राकर, दीपक गांधी, कमलेश चंद्राकर गोविंद शर्मा, किशोर जित्तू अग्रवाल, पंकज नायडू, राजेश पवार, नरेश अग्रवाल कुलेश्वर चंद्राकर त्रिलोकचंद जैन संतोष सोरी, चंद्रशेखर चंद्राकर. राजेंद्र शर्मा, संजय प्रयास, शर्मा, कान्हा अग्रवाल, कान्हा शर्मा, वृद्धि शर्मा, श्रृद्धि शर्मा आदि उपस्थित थे।
विधायक अजय चन्द्राकर ने ऐतेहासिक तथ्यों को रखा सामने
शिव पुराण कथा के प्रथम दिवस आयोजक मंडल के संरक्षक अजय चंद्राकर ने कहा कि कुरूद विधानसभा क्षेत्र बहुत से प्राचीन धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व से जुड़ा हुआ है। पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश में सिर्फ दो ही त्रिवेणी संगम है जिसमें से एक कुलेश्वर महादेव में होने वाले महानदी सोन्हू और पैरी का संगम है। उन्होंने कुलेश्वर महादेव मंदिर के इतिहास बताते हुए कहा कि कुलेश्वर महादेव शिवलिंग का निर्माण पूजन हेतु माता सीता ने बालू के माध्यम से किया था, जो आज भी बालू से निर्मित शिवलिंग नजर आता है। उन्होंने ने राम वन गमन में कुरूद विधानसभा क्षेत्र से जुड़े तथ्यों को बताते हुए कहा कि मैं कुरूद विधानसभा क्षेत्र में कार्य करने पर खुद को बहुत सौभाग्य, सुख महसूस करता हूं।
जब भी इच्छा हो भगवान शंकर का नाम स्मरण करें जीवन में सदैव अच्छा ही होगा
पंडित श्री मिश्रा ने कहा कि जरूरी नहीं है कि मंदिर में ही पूजन में बैठे हो तभी भोलेनाथ का नाम ले, जब भी इच्छा हो भगवान शंकर का नाम स्मरण करें तो जीवन में सदैव अच्छा ही अच्छा होता है, अनायास जब भी भोले का नाम जीवन में आ जाए तो वह कभी निष्फल नहीं होता। कथा स्थल पर एक लाख से भी ज्यादा श्रद्धालुओ ने शिवपुराण कथा और शिवमहिमा का श्रवण किया। कथा सुनने के लिए कुरूद धमतरी ही नही बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश सहित महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात, झारखंड, उत्तरप्रदेश सहित अन्यान्य राज्यों से श्रद्धालु पहुंचे है।
भक्तों ने बताई शिव की भक्ति की महिमा
शिव महापुराण के दौरान कुरूद, मगरलोड, धमतरी और रायपुर के लोगों ने भगवान शिव की पूजा और एक लोटा जल अर्पण करने से भोलेनाथ की प्राप्त विशेष कृपा का उल्लेख करते हुए अपने जीवन में आए सुखद पल को बताया। धमतरी की ममता साहू ने बताया कि मैं पढ़ लिखकर लगातार जॉब की तलाश कर रही थी लेकिन लगातार असफलता हासिल हो रही थी, जब से मैं शिव जी को जल चढ़ाना शुरू किया और उनकी पूजा प्रारंभ की जल्दी ही मुझे सरकारी अस्पताल में जॉब मिल गई और मैं अब एक स्टाफ नर्स के रूप में कार्यरत हूं। कुरूद की बबीता देवांगन ने बताया कि उन्हें एक सुंदर कन्या की प्राप्ति हुई लेकिन अचानक ही बच्ची की आंख में खराबी आने लग गई और वह उम्र के साथ-साथ बढ़ती गई जिस पर डॉक्टरों ने विभिन्न बड़े इलाज बताएं लेकिन मैं सच्चे मन से शिव जी को जल अर्पण किया और एवं उनकी आराधना की और अब मेरी बच्ची की आंखों की सारी परेशानियां दूर हो गई है। रायपुर की विद्या साहू ने बताया कि मुझे कैंसर की गठाने हो गई थी जिस पर डॉक्टरों ने कहा था कि पहले छोटा ऑपरेशन से एक गठन निकल जाएगी और जिसके बाद बड़े ऑपरेशन से शेष चार गठानों को निकाला जाएगा लेकिन शिवजी की कृपा और एक लोटा जल के सच्चे आस से एक गठान का आपरेशन के बाद शेष 4 गठाने स्वत: ही ठीक हो गई और मैं स्वस्थ जीवन व्यतीत कर रही हूं। इसी प्रकार मगरलोड की तुलेश्वरी साहू ने शादी के कई वर्षो तक संतान ना होने और गुढियारी में कथा सुनने और एक लोटा जल भोलेनाथ को अर्पण करने से संतान सुख की बात बताई।
डीएसपी मणीशंकर चन्द्रा जुटे रहे टीम के साथ
गौरीशंकर शिवमहापुराण कथा का श्रवण करने पहले दिन ही लाखो भक्त पहुंचे। इस दौरान वाहनों की आवागमन व पार्किंग, रुट डायवर्ट सहित अन्य व्यवस्था बेहतर बनाये रखने यातायात डीएसपी मणीशंकर चन्द्रा अपनी टीम के साथ डटे रहे। जिससे व्यवस्था बेहतर रही।