Uncategorized

संघ के प्रचार विभाग ने मनाई नारद मुनि जयंती, पत्रकारों का किया सम्मान

वर्तमान में पत्रकारिता का स्वरूप बदल गया है: दीपक लखोटिया

राष्ट्र निर्माण में पत्रकारों की भूमिका अग्रणी: अरविंद मिश्रा

धमतरी। नारद मुनि जयंती पर शुक्रवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचार विभाग ने आमातालाब रोड स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में कार्यक्रम का आयोजन कर प्रकट उत्सव मनाया तथा गोष्ठी का आयोजन कर विचार प्रवाहित किया। इस कार्यशाला में उपस्थित पत्रकारों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार दीपक लखोटिया तथा मुख्य वक्ता अरविंद मिश्रा रायपुर ने अपने उदगार व्यक्त किए। सर्वप्रथम मां भारती व महापुरूषों के तैलचित्र पर मार्ल्यापण और दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
मुख्य अतिथि दीपक लखोटिया ने कहा कि नारदजी सृष्टि के प्रथम संदेशवाहक थे। उन्होंने अच्छाई के लिए ही भूमिका निभाई। तीनों लोक की सृष्टि, संघर्ष और विवाद को बचाने के लिए नेक कार्य किया। उनके नक्शेकदम पर आज पत्रकारों को चलना है। उन्होंने कहा कि दशकों पूर्व की पत्रकारिता और वर्तमान पत्रकारिता में काफी अंतर आ गया है। पहले की अपेक्षा अब पत्रकारिता का स्तर गिर गया है। आज तथ्य नहीं, कथ्य की ओर बढ़ जाते हैं। कुछ लोग ऐसे हैं जो इसे व्यवसाय मानकर अपनी स्वार्थपूर्ति के लिए इस फील्ड में आ गए हैं जिन्हें पत्रकारिता का पहला अक्षर भी नहीं मालूम है। यही लोग पत्रकारिता और पत्रकार को बदनाम करने में तुले हुए हैं। स्वच्छ और स्वस्थ पत्रकारिता करने में ही दिल को सुकून मिलेगा। पत्रकार संगठन को एक लक्ष्य लेकर आगे बढ़ने की आवश्यकता है तभी संगठन को सफलता मिलेगी। पत्रकार अपना काम करें, सम्मान जरूर मिलेगा।
मुख्य वक्ता अरविंद मिश्रा ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में पत्रकारों की भूमिका अग्रणी है। सनातनकाल में नारदजी सुर असुरों दोनों की बाइट लेते थे। उनका मुख्य उद्देश्य सृष्टि में समभाव बना रहे। रामायण की रचना के प्रेरणास्त्रोत नारदजी थे। उनसे तुलना कर वर्तमान पत्रकाराें को अपनी भूमिका समझनी होगी। कभी कभी उंचाईयों में पहुंच जाने के बाद पत्रकारों में भी अहंकार आ जाता है। जैसे नारदजी को आ गया था। भगवान ने उनके अहंकार को तोड़ा था। पत्रकार बिरादरी में अगर विकार है तो उसे दूर भी किया जा सकता है। मुझे लगता है कि अभी पत्रकारिता का स्वर्णिम दौर चल रहा है। संभावनाएं अनंत हैं। छोटे शहर में काबिलियत अधिक है। सामर्थ्य को सभी सलाम करते हैं। पत्रकारों पर अब दोहरी जिम्मेदारी है लेकिन कंटेंट की कमी है। सकारात्मक रिपोर्टिंग की आवश्यकता है। सार्थक पत्रकारिता से देश निखरेगा।
कवि गौरीशंकर कश्यप ने कहा कि कामकाजी पत्रकार जब घर से निकलता है तो यह भाव आता है कि आज फिर एक दुश्मन बन गया। नारद ने अपनी कार्यशैली सेंं कभी समझौता नहीं किया। सभी जगह एक ही भाव में संदेशवाहक बने। पत्रकारों की भी ऐसी भूमिका होनी चाहिए। उन्होंने कुछ अपनी कविताएं सुनाईं। अभिषेक पांडे ने कहा कि पत्रकारिता अब विस्तृत हो गई है। सोशल मीडिया के आ जाने से खबरें सबसे तेज गति से प्रसारित होने लगी हैं जिसका फायदा पाठकों को मिल रहा है। सोशल मीडिया एक ऐसा स्तंभ है जहां से छनकर कोई भी राष्ट्रीय स्तर का पत्रकार बन सकता है। पत्रकारिता के वैश्विक स्तर की बात करें तो इसकी असीम संभावनाएं हैं। पहले के दौर में लिमिटेड पत्रकारिता थी। अब क्षेत्र व्यापक हो गया है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रेस क्लब अध्यक्ष दीप शर्मा ने कहा कि पत्रकार संवाद स्थापित करें। पत्रकार की नजर शोषित पर जाती है लेकिन पत्रकार पर किसी की नजर नहीं जाती। पत्रकार का हाल जानने वाला कोई नहीं है। पत्रकारिता अब वैश्विक स्तर की हो गई है। मापदंड तय करने की जरूरत है। पत्रकार अपना आदर्श स्थापित करें। विशिष्ट अतिथि प्रेस क्लब महासचिव विशाल ठाकुर ने कहा कि पत्रकारिता का स्वरूप बदल गया है। अपने स्वार्थ और व्यवसाय के लिए कोई भी पत्रकार बन रहा है। पत्रकारिता का स्तर सुधारने की आवश्यकता है। विशिष्ट अतिथि इलेक्ट्रानिक मीडिया के संवाददाता देवेंद्र मिश्रा ने कहा कि पत्रकारिता और पत्रकार की सोच बदल गई है। काफी अंतर आ गया है। पॉजिटिव निगेटिव समाचार पर उंगली उठती है। पाठक का स्वभाव भी बदल गया है। वे अपने नजरिए से समाचार पत्र और पत्रकार को देखते हैं। विशिष्ट अतिथि रंजीत छाबड़ा ने कहा कि अब तो राजनैतिक पार्टियां भी पत्रकारों को ब्लैकमेलर कहने लगी हैं जिसकी निंदा करने वाला कोई नहीं है। हम अपने सम्मान की रक्षा नहीं कर पा रहे हैं। कोई कुछ भी बोल रहा है। बदलते दौर में पत्रकारों की एक अपनी अहम भूमिका है जिसे नकारा नहीं जा सकता है। जिला प्रचार प्रसार प्रमुख नीलेश राजा ने कार्यक्रम के उद्देश्य के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा मंच है जहां गोष्ठी के माध्यम से विचारों का आदान- प्रदान होना है। वरिष्ठों का मार्गदर्शन मिले ऐसा प्रयास किया गया है। नारद जयंती मनाने का उद्देश्य यह है कि पत्रकारिता में उनके आदर्शाें और मूल्यों को आत्मसात कर नया आयाम स्थापित करें ताकि राष्ट्र निर्माण में महती भूमिका निभाई जा सके।
कार्यक्रम का संचालन नगर प्रचार प्रमुख उमेशसिंह बशिष्ट तथा आभार प्रदर्शन तरूण सोनी ने किया।
इस अवसर पर पत्रकार राजेश रायचुरा, आशीष मिन्नी, भूपेंद्र पटवा, राज सोनवानी, शैलेंद्र नाग, यशवंत साहू, राममिलन साहू, माधवेंद्र हिरवानी, प्रकाश सिन्हा, डोमन साहू, योगेश साहू, आशीष बंगानी, नरेश श्रोती, पवन तिवारी, दादू सिन्हा, सौम्या यादव, जयंत पटवा सहित संघ की ओर गौरव मगर, विशाल ब्रम्हे, विजयसिंह ठाकुर, रौनित सहारे आदि उपस्थित थे।

Ashish Kumar Jain

Editor In Chief Sankalp Bharat News

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!