जल संरक्षण के लिए सभी शासकीय भवनों में बनाएं रैन वॉटर हार्वेस्टिंग-कलेक्टर सुश्री नम्रता गांधी
शिक्षा के अधिकार के तहत मिले आवेदनों की रिपोर्ट तत्काल प्रस्तुत करें
स्वास्थ्य केन्द्रों का नियमित निरीक्षण करें एसडीएम
कलेक्टर ने साप्ताहिक समय सीमा की बैठक में दिए निर्देश
धमतरी/कलेक्टर सुश्री नम्रता गांधी ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में साप्ताहिक समय सीमा की बैठक लेकर अधिकारियों को जल संरक्षण के लिए शासकीय भवनों में रैन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ऐसे ग्राम पंचायत जहां रैन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, रूफटॉप स्ट्रक्चर और वेस्ट वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बन गए हैं, उन्हें जियो टैग किया जाये। साथ ही गांवों में जल संरक्षण संबंधी नारा, स्लोगन, जागरूकता रैली, दीवार लेखन करने और अधिक से अधिक वृक्षारोपण के लिए प्रेरित किया जाये। उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि जिले में भूजल स्तर तेजी से गिरता जा रहा है और पानी की दिक्कत भी हो रही है। इसके साथ ही रविशंकर सागर जलाशय गंगरेल बांध का भी जल स्तर गिरता जा रहा है। कलेक्टर ने सभी सीईओ, सीएमओ को आगामी विश्व पर्यावरण दिवस पर कार्यक्रम आयोजित कर जागरूकता फैलाने कहा। बैठक में सीईओ जिला पंचायत सुश्री रोमा श्रीवास्तव, अपर कलेक्टर श्री जी. आर. मरकाम, संयुक्त कलेक्टर श्री रामकुमार कृपाल सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक में कलेक्टर ने खाद-बीज की उपलब्धता, भण्डारण और उठाव की जानकारी ली और इसमें किसी तरह की दिक्कत हो तो अवगत कराने कहा। कलेक्टर ने पौधरोपण के लिए अब तक जिन विभागों ने मांगपत्र प्रस्तुत नहीं किया, उन्हें तत्काल मांगपत्र प्रस्तुत करने कहा। साथ ही सहायक संचालक, उद्यान को निर्देशित किया कि वे वृक्षारोपण के लिए नर्सरी में पौधे तैयार करा लें तथा आयुष के पौधे भी तैयार कराएं। शिक्षा के अधिकार की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने आरटीई के तहत मिले आवेदनों और इस पर की गई कार्यवाही की जानकारी ली। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि आरटीई के तहत किसी तरह की राशि की मांग नहीं की जाये, इसका अधिकारी ध्यान रखंे। कलेक्टर ने जिले के स्कूलों में संचालित समर कैम्प की जानकारी लेते हुए कमार बसाहटों का विशेष ध्यान रखने कहा। उन्होंने जाति प्रमाण पत्र की स्थिति की जानकारी लेते हुए हर सप्ताह समय सीमा की बैठक में इसकी जानकारी देने के निर्देश दिए।
समय सीमा की बैठक में कलेक्टर ने सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को स्वास्थ्य केन्द्रों का नियमित निरीक्षण कर ओपीडी पर्ची, डॉक्टर द्वारा लिखी जा रही कंपनी की दवा, मरीजों को समय पर दवा मिल रही या नहीं इत्यादि का मुआयना करने के निर्देश दिए। साथ ही आभा एप की जानकारी लोगों को अधिक से अधिक पहुंचाने के निर्देश कलेक्टर ने अधिकारियों को दिए। इसके लिए अस्पतालों में आभा एप संबंधी जानकारी को दर्शाते बोर्ड लगाने कहा। कलेक्टर ने बैठक में समय सीमा के प्रकरणों की समीक्षा की और इसे निराकरण करने के निर्देश दिए।