विधायक ओंकार साहू पहुंचे आदिवासी समाज के कार्यक्रम में, सामाजिक बंधुओ से की मुलाकात
विधायक ओंकार साहू ग्राम भानपुरी के आदिवासी समाज की कार्यक्रम में पहुंचकर आदिवासी समाज के सामाजिक बंधुओ से मुलाकात किया l साथ में आदिवासी समाज के ईस्टदेव की पूजा अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया | धमतरी विधायक ओंकार साहू नें स्वागत कार्यक्रम पश्चात अपने उद्बोधन में कहा कि आदिवासी समाज का अपना एक विशेष प्रकार का स्वभाव होता है l मुझे गर्व है कि आप सभी का विशेष प्रकार की जीवन शैली है आदिवासी समाज प्रकृति पूजक के रूप में जल, जंगल , पहाड़ और जमीन से जुड़ा हुआ समाज है l इस प्रकार प्रकृति से जुड़ाव आदिवासी समाज को प्रकृति के साथ तालमेल बनाकर आगे बढ़ने का प्रेरणा देता हैं | धमतरी विधायक ओंकार साहू ने कहा कि आज हमें आदिवासी समाज की परंपराओं में छुपे ज्ञान को बाहर निकालने की आवश्यकता है क्योंकि आदिवासी समाज की परंपराओं में बहुत सारे पुरातन ज्ञान छुपे हुए हैं | अगर हम बस्तर की बात करें तों बस्तर के आदिवासी भाइयों की खेती करने का तरीका अनूठा है जिसके जरिए हमारे आदिवासी समाज के साथी पुरानी विधा से खेती करते हैं और औषधीय और जड़ी- बूटियां का पहचान करते हैं और इन जड़ी – बूटियां का उपयोग हम कई प्रकार के शारीरिक परेशानियों को दूर करने के लिए करते हैं | धमतरी विधायक ओंकार साहू नें कहा की हमें आदिवासी समाज की संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए सामूहिक प्रयास करने की आवश्यकता है | धमतरी विधायक बताया कि आज तकनीक और विज्ञान से लैस समाज में आदिवासियों की परंपराओं और जीवन शैली को लोग उत्सुकता से देखते है आदिवासी समाज की परंपराओं और संस्कृति को देखकर लोगों के मन में खुशी जाहिर होती है l साथ में धमतरी विधायक ने कहा कि किसी भी समाज के विकास के लिए शिक्षा बहुत जरूरी है क्योंकि शिक्षा के बिना समाज का विकास संभव नहीं है | जरूरी नहीं कि हम सरकारी नौकरी के लिए ही पढ़ाई करें हमें अच्छा नागरिक बनने के लिए भी पढ़ाई करने की आवश्यकता है | आदिवासी समाज के इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से धमतरी विधायक ओंकार साहू , पूर्व जनपद अध्यक्ष श्रीमती गूंजा साहू, सरपंच श्रीमति जानकी कमलेश साहू,सैन मांडवी, आदिवासी समाज अध्यक्ष सुंदर ध्रुव, सेवक राम ध्रुव सचिव आदिवासी समाज,दौलत ध्रुव , गिरधर नेताम ,संत ध्रुव, शोभाराम ध्रुव,छतर सिंह ध्रुव , ललित मरकाम, अश्वनी ध्रुव, रामजी नेताम , ऐमन ध्रुव , फगवा चंद्रवंशी, पुनीत ध्रुव, कोमल ध्रुव, कुमान ध्रुव, खेदूराम कुंजाम , संतराम ध्रुव, रेवती बाई, यशोदा बाई ध्रुव, सूराज बाई ध्रुव,साथ में बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के मातृशक्ति एवं ग्राम वासियों उपस्थिति रही |