तीन वर्षीय बच्ची पर शाम को तेन्दुआ ने किया हमला, मौत, रात में सो रहे बुजुर्ग पर किया हमला
सांकरा वन परिक्षेत्र अन्तर्गत ग्राम धौराभाठा खुदुरपानी क्षेत्र की घटना
पालतु कुत्ते का भी किया शिकार, आदमखोर तेन्दुएं की क्षेत्र में बढ़ी दहशत
धमतरी। नगरी सिहावा क्षेत्र में लगातार तेन्दुआ का आंतक बढ़ते जा रहा है। तेन्दुआ पहले पशुओं का शिकार करता था अब तेन्दुआ आदमखोर हो चुका है। मिली जानकारी के अनुसार आदमखोर तेन्दुएं ने एक 3 वर्षीय बच्ची को अपना शिकार बनाया है जिससे उसकी मौत हो गई। मामला सांकरा वन परिक्षेत्र के धौराभाठा खुदुरपानी भैंसामुड़ा पंचायत का है जहां तेन्दुआ ने 3 वर्षीय नेहा पिता संतोष कमार पर बीते शाम 6 बजे के आसपास हमला कर दिया। बताया जा रहा कि बच्ची घर की आंगन में खेल रही तभी तेन्दुएँ ने हमला कर दिया और 100 मीटर तक बच्ची की गर्दन को पकड़कर घसीटते हुए ले गया। परिजनों की चीखपुकार के बाद तेन्दुएँ बच्ची को छोड़ा लेकिन तब तक बच्ची की मौत हो गई। सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई है।
इसी प्रकार धौराभाठा में ही रात 11-12 बजे के बीच तेन्दुएं ने गांव के बुजुर्ग बुधराम कमार पर हमला कर दिया। हमले के दौरान बुजर्ग घर के भीतर सो रहा था। तभी अचानक तेन्दुएं ने बुजुर्ग पर हमला कर दिया। बुधराम व परिजनों द्वारा जोर जोर से चिल्लाने से तेन्दुआ जंगल की ओर भाग गया। तेन्दुएं के हमले से बुजुर्ग बुधराम के सिर में गंभीर चोटे आई है जिसे उपचार हेतु नगरी सिविल अस्पताल ले जाया गया। तेन्दुएं के आतंक की एक और सूचना मिल रही है कि धौराभाटा से लगे खुदुरपानी में रात में बीरेन्द्र नेताम लघुशंका के लिए उठा था इसी दौरान उनके सामने ही पालतु कुत्ते को तेन्दुएं ने शिकार करते हुए जंगल की ओर ले गया।
तेन्दुएं के बढ़ते हमले व आंतक से क्षेत्र में दहशत बढ़ती जा रही है। बता दे कि कुछ दिन पूर्व ही ग्राम कोरमुड़ में एक मासूम बच्चे को तेन्दुआ उठा ले गया था जिसके 40 घंटे पश्चात बच्चे का सिर मिला था। इसके पूर्व भी तेन्दुएं के हमले से लोगों की हो चुकी है।
तेन्दुएं को पकडऩे बिछाया गया है जाल
तेन्दुएं के बढ़ते हमले को देखते हुए वन विभाग द्वारा अलर्ट जारी करते हुए ग्रामीणों को हिदायत दी गई है कि वे घरों के बाहर न रहे। वन विभाग द्वारा अलग-अलग जगहों पर तेन्दुएं को पकडऩे जाल बिछाया गया है तेन्दुएं के पकड़ में आते ही उसे दूसरे इलाके में छोड़ा जाएगा। वन विभाग की कई टीम तेन्दुएं के खतरे को देखते हुए तैनात है। बच्ची की मौत के बाद वन विभाग द्वारा सहायता राशि प्रदान की जाएगी।